अगर वायुसेना के पास राफेल होता तो पाक में घुसने की जरूरत नहीं होती: राजनाथ
नयी दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि अगर वायुसेना के पास राफेल विमान होता तो उसे बालाकोट आतंकी शिविर पर हमला करने के लिए पाकिस्तानी वायुक्षेत्र में घुसने की जरूरत नहीं होती। उत्तरपूर्व दिल्ली के यमुना विहार में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह चमत्कार भारतीय सरजमीं से ही संभव होता। इससे पहले प्रधानमंत्री इसी महीने कह चुके हैं कि अगर भारत के पास राफेल विमान होता तो परिणाम कुछ और होते। सिंह ने कहा कि संप्रग सरकार के कार्यकाल के दौरान सीमा पर जब भी पाकिस्तानी सैनिक संघर्षविराम का उल्लंघन करते थे भारतीय सेना सफेद झंडा उठाती थी।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में मैंने आदेश दिया कि यदि पाकिस्तान एक गोली चलाये तो आप जितनी गोलियां चला सकते हैं, चलाइये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘चौकीदार चोर है’ कटाक्ष का जवाब देते हुए गृह मंत्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ‘प्योर’ हैं और सभी समस्याओं का ’क्योर’ (समाधान) हैं। कांग्रेस अध्यक्ष गांधी राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार को लेकर मोदी पर निशाना साधने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ नारे का इस्तेमाल करते हैं। सिंह ने कहा कि चौकीदार चोर नहीं बल्कि ‘प्योर’ हैं। वह देश की सभी समस्याओं का ‘क्योर’ (इलाज) हैं। उनका फिर से प्रधानमंत्री बनना ‘श्योर’ (निश्चित) है।
उन्होंने राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाने के लिए भी कांग्रेस पर हमला बोला। सिंह ने सवाल किया कि हमारे प्रधानमंत्री किसके लिए पैसे लेंगे? उन्होंने रक्षा आधुनिकीकरण टालने के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना को बार- बार के अनुरोधों के बावजूद नये विमान नहीं मिले। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के साथ राफेल सौदे को अंतिम रूप देकर कोई अपराध किया, जब सशस्त्र बलों को लड़ाकू विमानों की सख्त जरूरत थी।उन्होंने कहा कि यदि राफेल होता तो हमारे वायुसेना कर्मी को पाकिस्तान जाने की जरुरत नहीं पड़ती। चमत्कार हमारी धरती से ही हो गया होता। ये लोग हमारे खिलाफ आधारहीन आरोप लगाते हैं। सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने मुम्बई आतंकवादी हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले का बदला लिया गया। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पूछ रही है कि पाकिस्तान में कितने (आतंकवादी) मारे गए। सशस्त्र बल के वीर शव नहीं गिनते। यह काम अन्य का है।