अपनी मांग पर अडिग सिद्धू, चन्नी सरकार पर फिर उठाए सवाल
पंजाब में कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल में ही अपनी मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है या नहीं। इन सब के बीच सिद्धू ने अपनी ही सरकार पर एक बार फिर से सवाल उठाए हैं। अपने ट्वीट के जरिए सिद्धू ने लिखा की बेअदबी मामलों में न्याय की मांग और नशीली दवाओं के व्यापार के मुख्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए 2017 में हमारी सरकार आई और उसकी विफलता के कारण लोगों ने पिछले मुख्यमंत्री को हटा दिया। लेकिन अब नए AG-DG की नियुक्तियां पीड़ितों के घाव पर नमक के समान है। उन्हें बदला जाना चाहिए नहीं तो कहीं मुंह नहीं दिखा पाएंगे।आपको बता दें कि सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर सिंह पर हमलावर थे। जिसके बाद पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती चली गई। हाल में ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि ऐसा माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री के बदलाव के बाद पार्टी में सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन यह फिलहाल शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है। सिद्धू के इस ट्वीट में एक बार फिर से संकेत दे दिया है कि पंजाब कांग्रेस में सब कुछ फिलहाल ठीक नहीं है और भीतर मतभेद अभी भी मौजूद है।
राहुल, प्रियंका के साथ खड़ा रहूंगा: सिद्धू
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख के पद से अचानक इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनके पास कोई पद रहे या नहीं रहे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ वह खड़े रहेंगे। सिद्धू ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर ट्वीट किया, ‘‘गांधी जी और शास्त्री जी के सिद्धांतों को कायम रखेंगे…पद रहे या नहीं रहे…राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा। सभी नकारात्मक ताकतें भले मुझे हराने की कोशिश करें, लेकिन सकारात्मक ऊर्जा के हर औंस से पंजाब को जीत मिलेगी, पंजाबियत (सार्वभौम भाईचारा) और हर पंजाबी की जीत होगी।’’