इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी के कथित अपहरण एवं उत्पीड़न के बाद इस्लामाबाद से अपने राजदूत और अन्य वरिष्ठ राजनयिकों को वापस बुलाने के अफगानिस्तान सरकार के फैसले को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण एवं खेदजनक’’ बताया है और उससे अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने रविवार रात जारी एक बयान में कहा कि पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्ला अलीखिल की 26 वर्षीय बेटी का कथित रूप से अपहरण किए जाने और उसे यातना दिए जाने के मामले की जांच की जा रही है और देश के प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश पर मामले पर उच्चतम स्तर पर नजर रखी जा रही है। विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘अपने राजदूत और वरिष्ठ राजनयिकों को पाकिस्तान से वापस बुलाने का अफगानिस्तान सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण एवं खेदजनक है।’’ उसने कहा कि राजदूत, उनके परिवार और पाकिस्तान में अफगानिस्तान के दूतावास और महावाणिज्य दूतावास के कर्मियों की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
पाकिस्तान के विदेश सचिव ने अफगान दूत से रविवार को मुलाकात की और उन्हें राजनयिकों की सुरक्षा के लिए सरकार के उठाए कदमों के बारे में बताया तथा पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया। बयान में कहा गया है, ‘‘हमें उम्मीद है कि अफगानिस्तान सरकार अपने इस फैसले पर फिर से विचार करेगी।’’ अज्ञात लोगों ने अलीखिल की बेटी सिलसिला अलीखिल का शुक्रवार को इस्लामाबाद में अपहरण किया, उन्हें प्रताड़ित किया और उनके साथ ‘‘मारपीट’’ की। सिलसिला को उस वक्त अगवा किया गया, जब वह किराए के वाहन से कहीं जा रही थीं। मुक्त करने से पहले उन्हें कई घंटे बंधक बनाए रखा गया। सिलसिला राजधानी के एफ-9 पार्क इलाके में पाई गई थीं और उनके शरीर पर चोट के निशान थे। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने निजी टेलीविजन चैनल ‘जियो न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि सिलसिला का अपहरण नहीं किया गया था और उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान को ‘‘बदनाम’’ करने के लिए एक ‘‘अंतरराष्ट्रीय गिरोह’’ ने इस घटना को अंजाम दिया है। इससे पहले, दिन में रशीद ने दावा किया था कि पाकिस्तान अपहरणकर्ताओं को जल्द गिरफ्तार कर लेगा। उन्होंने यह भी बताया था कि पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मंत्री ने कहा था, ‘‘यह शीर्ष प्राथमिकता का मामला है। प्रधानमंत्री ने इसे सुलझाने और दोषियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।’’इस बीच, सिलसिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह एक उपहार खरीदने गई थीं और उन्होंने एक टैक्सी किराए पर ली। लौटते वक्त पांच मिनट की यात्रा के बाद टैक्सी चालक वाहन सड़क किनारे ले गया। वहीं एक और व्यक्ति आ गया और उन पर चिल्लाने लगा तथा उसके बाद उसने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। राजदूत की बेटी ने कहा,‘‘ मैं डर के मारे बेहोश हो गई।’’ सिलसिला ने कहा कि होश आने पर उन्होंने खुद को एक ‘‘गंदे स्थान’’ पर पाया। इसके बाद उन्होंने पास के एक पार्क में जाने के लिए टैक्सी की और वहां से अपने पिता के सहयोगी को फोन किया,जो उन्हें घर ले कर गए। अपहरण की यह घटना ऐसे समय में हुई है, तालिबान को पाकिस्तान के कथित समर्थन के कारण इस्लामाबाद और काबुल के बीच वाकयुद्ध जारी है। अमेरिका समेत पश्चिमी बलों ने अफगानिस्तान से अपने सैन्यबलों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है, जिसके कारण देश में तालिबान के हमले बढ़ गए हैं। अफगानिस्तान ने शनिवार को जारी बयान में पाकिस्तान से मांग की थी वह ‘‘अपराधियों की जल्द से जल्द पहचान करें और उनके खिलाफ अभियोग चलाए’’।