अमित शाह की मौजूदगी में असम-मेघालय के बीच ऐतिहासिक समझौता, 50 साल पुराने सीमा विवाद पर लगेगा ब्रेक
पूर्वोत्तर के कई राज्यों के बीच सीमा विवाद का मसला लगातार उलझता रहता है। इन सबके बीच आज असम और मेघालय ने ऐतिहासिक समझौता किया है। असम और मेघालय के बीच यह ऐतिहासिक समझौता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुआ। इस समझौते की वजह से दोनों राज्यों के बीच 50 साल से चले आ रहे सीमा विवाद सुलझता नजर आ रहा है। अमित शाह की मौजूदगी में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने समझौते पर अपनी सहमति व्यक्त की। आज असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसी दौरान सीमा विवाद का हल निकालने के लिए करार किया गया है।इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का दिन एक विवाद मुक्त पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिन है, देश में जब से नरेद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब से पूर्वोत्तर की शांति प्रक्रिया, विकास, समृद्धि और यहां की सांस्कृतिक धरोहर के संवर्धन के लिए अनेक वृहद प्रयास किए। उन्होंने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि आज विवाद की 12 जगहों में से 6 पर असम और मेघालय के बीच समझौता हुआ है। सीमा की लंबाई की दृष्टि से देखें तो लगभग 70% सीमा आज विवाद मुक्त हो गई है। मुझे भरोसा है कि बाकी की 6 जगहों को भी हम निकट भविष्य में सुलझा देंगे।
जानकारी के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी अंतर्राज्यीय सीमा मुद्दों के समाधान के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि हम इसे आगे ले जाकर जिन बाकी जगहों पर विवाद है उन्हें हल करने कोशिश करेंगे। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इस एमओयू के बाद हम दूसरे चरण का काम शुरू करेंगे और अगले 6-7 महीने में बाकी की 6 विवादित जगहों का हल निकालने की पूरी कोशिश करेंगे।