अयोध्या के बाद राम मंदिर के लिए महाराष्ट्र में रैली करेंगे उद्धव, 3 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना
राम मंदिर निर्माण के लिए पिछले महीने अयोध्या में रैली करने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सोमवार को महाराष्ट्र के पंढरपुर में एक विशाल धर्म सभा को संबोधित करने के लिए तैयार हैं. अयोध्या की जनसभा के विपरीत पंढरपुर रैली में महिलाओं के साथ-साथ शिवसेना के यूथ विंग के सदस्य भी मौजूद रहेंगे. पंढरपुर को महाराष्ट्र के एक प्रमुख तीर्थस्थल के तौर पर जाना जाता है.
शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हम नहीं चाहते थे कि अयोध्या में बड़ी संख्या में शिवसैनिक पहुंचे. लेकिन पूरे राज्य से शिवसैनिक पंढरपुर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 3 लाख लोगों के इस रैली में शामिल होने की संभावना है. शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ‘राम मंदिर हमारे लिए एक चुनावी मुद्दा नहीं है. उद्धव जी की अयोध्या रैली के बाद महाराष्ट्र में लोग बहुत उत्साह में हैं. पंढरपुर के महत्व को आप इस बात से समझ सकते हैं कि इसे दक्षिण का काशी कहा जाता है. हम यहां अपने देवता से आशीर्वाद लेने जा रहे हैं.’
पंढरपुर रैली से बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश
उद्धव ठाकरे की धर्म सभा को पार्टी की शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे के इर्द-गिर्द हुए राजनीतिक लामबंदी को पार्टी द्वारा सफल माना गया क्योंकि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) जैसे अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने भी पार्टी के इस राह को अपनाया और धर्म सभाओं का आयोजन भी किया. शिवसेना इसे एक ट्रेंड सेटिंग के रूप में देख रही है जो आरएसएस को बीजेपी नेतृत्व के साथ राम मंदिर मुद्दे को उठाने के लिए मजबूर करेगा.
पंढरपुर रैली के माध्यम से उद्धव ठाकरे न केवल हिंदुत्व के मुद्दे को बढ़ाएंगे बल्कि राम मंदिर निर्माण में हो रही देरी पर भी बीजेपी को संदेश देने की कोशिश करेंगे. लातूर के एक शिवसैनिक ने बताया कि इस रैली को लेकर हमलोग काफी उत्साहित हैं. पिछली बार हमें अयोध्या की रैली में नहीं जाने के लिए कहा गया था. लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. जिला स्तर पर भीड़ जुटाई गई है.
शिवसेना के पास एक मजबूत युवा संगठन और महिला संगठन भी है. युवा संगठन का नेतृत्व उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे कर रहे हैं. इन दोनों संगठनों का कई जिलों में मजबूत उपस्थिति है.