अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरु, लाइव प्रसारण की मांग खारिज
नयी दिल्ली: सालों से अदालत में लटके राम मंदिर मामले की आज से हर रोज़ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी। मध्यस्थता के जरिए विवाद का हल नहीं निकल पाने पर सुप्रीम कोर्ट ने मामले की रोजाना सुनवाई करने का फैसला किया है। अब उम्मीद है कि करीब 100 दिनों में राम मंदिर के मामले में कोई फैसला हो सकता है जिसके लिए राम मंदिर पर पांच जजों की संवैधानिक बेंच सुनवाई करेगी। संवैधानिक बेंच हफ्ते में तीन दिन यानी मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को ही बैठती है। यानी राम मंदिर पर हफ्ते में इन तीनों दिन ही सुनवाई होगी।देश की सबसे बड़ी अदालत में राम मंदिर पर जो पांच जज फैसला करेंगे उनमें सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के साथ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एसए नजीर शामिल हैं। हर रोज़ होने वाले इस सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट पहले हिंदू पक्षकारों को सुनेगा।पहले निर्मोही अखाड़ा और रामलला का पक्ष सुना जाएगा। हिन्दू महासभा ने कहा है कि 40 दिन में वो अपनी बात रख देंगे। वहीं मुस्लिम पक्ष के मुताबिक वो 20 दिन में अपना पक्ष रखेंगे। ये कहा जा सकता है कि 60 दिन में मंदिर पर सुनवाई पूरी हो जाएगी लेकिन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं इसीलिए उम्मीद है कि इससे पहले फैसला आ सकता है।