अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी के साथ आए शत्रुघ्न सिन्हा, शिवसेना बोली- उद्धव ठाकरे लेंगे आखिरी फैसला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को लोकसभा को संबोधित कर सकते हैं. उनके अलावा लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और एक अन्य मेंबर भी सदन को संबोधित करेंगे. बता दें कि टीडीपी और विपक्ष की अन्य पार्टियों ने बुधवार को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसे सुमित्रा महाजन ने मंजूर कर लिया. कांग्रेस का कहना है कि शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वह सफल रहेगी. पार्टी के मुताबिक चर्चा के दौरान वे विभिन्न मोर्चों पर नरेंद्र मोदी सरकार की ‘विफलताओं और जुमलों’ को उजागर करेगी.
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, “किसने कहा कि हमारे पास संख्या नहीं है.” इस दौरान पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा, “हम खुश हैं कि लोकसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार कर लिया है.”
यह पूछे जाने पर कि संख्याबल नहीं होने की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस को क्या उम्मीद है तो पार्टी नेता राजीव सातव ने कहा, “ये सरकार पूरी तरह से विफल रही है, इसलिए 20 तारीख को हमारी जो अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा रहेगी, उसमें हम ये बातें रखेंगे और हमें विश्वास है कि हम अविश्वास प्रस्ताव पर पूरी तरह से सफल रहेंगे.” वेणुगोपाल ने मोदी सरकार पर ‘पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि रोजगार, कृषि क्षेत्र में संकट, महिला सुरक्षा, लोकपाल की नियुक्ति नहीं होना, दलितों पर हमले और एससी-एसटी कानून को कमजोर करना, बैंकिंग क्षेत्र के घोटालों, जम्मू-कश्मीर की स्थिति, महंगाई, पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी तथा आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग पूरी नहीं होने के मुद्दे चर्चा के दौरान उठेंगे.
सातव ने कहा, ‘पिछले चार साल में प्रधानमंत्री और उनके मंत्रियों की जुमलों के अलावा कोई उपलब्धि नहीं है। इन मुद्दों को लेकर हम इस सरकार को घेरेंगे.