असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘गांधी जी के हत्यारे को और क्या कहेंगे…महात्मा?’
नई दिल्लीः अभिनेता कमल हासन द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का ‘पहला हिंदू आतंकवादी’ कहने पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि जो गांधी जी को मारेगा उस आतंकी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? कमल हासन ने तमिलनाडु के अरावाकुरिची विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार के लिए आयोजित चुनावी रैली में यह बयान दिया था. इस बयान को लेकर बीजेपी ने हासन के बयान की चुनाव आयोग से शिकायत कर इसे दंगा भड़काने की नीयत से दिया गया और करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला है.
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान को लेकर कमल हासन का समर्थन किया है. ओवैसा ने कहा, ‘जिसने महात्मा गांधी को मारा उसे क्या बोलेंगे? महात्मा बोलेंगे? उसको टेररिस्ट ही बोलेंगे, जिनपर कपूर कमीशन का केस साबित हुआ वो आतंकी है’
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का मीम बनाने के लिए जेल जाने वालीं बीजेपी की नेता प्रियंका शर्मा को लेकर ओवैसी ने कहा, ‘क्या करेला में मोदी के खिलाफ जिसने लिखा वो जेल नहीं गया? बाल ठाकरे पर जिसने लिखा वो जेल नहीं गया? सुप्रीम कोर्ट ने उनको ममता से माफ़ी मांगने के लिए कहा है तो उनको मांगना चाहिए.’
हापुड़ गैंगरेप को लेकर बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
ओवैसी ने कहा, ‘अलवर गैंगरेप पर मोदी साहब को बादल नज़र आ गया, हापुड़ में उनको राडार नज़र नहीं आता है. मोदी जी सेलेक्टिव हैं, वहां उनको रडार नज़र आता है. हापुड़ पर इनको बदल नज़र आता है, क्यूंकि वो वहां कमज़ोर हैं. मोदी हापुड़ बलात्कार केस की बात करेंगे .प्रधानमंत्री अर्रोगंट हैं. जान उन्हें आइना दिखाया जाता है तो उनके राज्य सरकारों में क्या हो रहा है. हापुड़ केस में लड़की ने खुद को जला लिया है.’
तीसरे मोर्चे के सवाल पर बोले ओवैसी
तीसरे मोर्चे के गठन को लकेर ओवैसी ने कहा, ‘केसीआर ने अच्छी कोशिश की, स्टालिन-पिंजरीविजयां से मिले सही काम कर रहे हैं . 23 मई को मालूम हो जायेगा. फ़ेडरल फ्रंट ही विकल्प है. यह देश के लिए अच्छा होगा. मैं कई साल से कह रहा हूं कि बगैर रीजनल पार्टियों के कोई सरकार नहीं बना पाएगा.’कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर ओवैसी ने कहा, ‘कुछ नहीं बोलूंगा ..प्रधानमंत्री मंत्री बंगाल जाते हैं, तो स्पीडब्रेकर कहते हैं, ओडिशा जाते हैं कुछ और कहते है. उनको भी आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए.’