आधुनिक तकनीक से तैयार किया जाएगा भारत का डिजिटल मानचित्र
बेंगलुरु। भारत ने ड्रोन, कृत्रिम मेधा जैसी तकनीकों और वृहद डाटा का इस्तेमाल कर देश का 10 सेंटीमीटर रिजॉल्यूशन का डिजिटल मानचित्र तैयार करने की परियोजना शुरू की है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग के अंग भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने तीन महीने पहले यह अत्यंत कठिन काम अपने हाथ में लिया और इसे दो साल में पूरा करने की योजना है। विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, आज भी हमारे पास पर्याप्त सटीकता बताने वाला भारत का डिजिटल मानचित्र नहीं है, लेकिन यह (नया डिजिटल मानचित्र जो तैयार किया जा रहा है) आपके द्वारा किए जाने वाले हर काम का आधार है, चाहे रेल की पटरियां या सड़क बिछानी हो, एक अस्पताल, गंगा की सफाई, कावेरी की सफाई या किसी भी तरह का विकास और योजना हो। अधिकारी ने एक प्रश्न के उत्तर में स्पष्ट किया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है।