आयोध्या मुद्दा: जेटली ने कहा- सरकार का रूख जरूरत, कानूनी औचित्य को दर्शाएगा
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर जब रूख अपनाए जाने की बात होगी तब सरकार संवैधानिकता के साथ-साथ जरूरत, दोनों ही मुद्दों को ध्यान में रखेगी. रिपब्लिक टीवी द्वारा आयोजित एक समारोह में जेटली ने कहा, ‘मामले (अयोध्या मंदिर मुद्दा) में सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए, वो सरकार विचार करके उठाएगी और वे परिलक्षित होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘उनमें जरूरत दिखेगी, यह कानूनी औचित्य परिलक्षित होगा और एक निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले की संवैधानिकता दिखाई देगी.’ जेटली ने कहा कि चिंता और तनाव पर विचार करते हुए वह मंदिर मुद्दे का एक शुरूआती समाधान चाहेंगे. हालांकि अदालत की मुश्किलों को भी समझा जा सकता है. उन्होंने कहा कि उग्र आवाजों से परे भारत के भीतर जो लचीलापन है वह सुनिश्चित करेगा इस मुद्दे पर समाधान मिले.
आपको बता दें कि राम मंदिर को लेकर कई हिंदू संगठन बीजेपी पर लगातार अपना रुख साफ करने का दबाव बना रहे हैं. शिवसेना भी कह चुकी है कि मोदी सरकार को इस मसले पर जल्द फैसला लेना होगा. वहीं एनडीए के घटक दल जेडीयू की ओर से कुछ दिन पहले ही बयान जारी कर कहा गया था कि राम मंदिर पर अगर केंद्र कोई अध्यादेश लाता है तो उसे जेडीयू पार्टी का समर्थन नहीं मिलेगा.