इसरो से संपर्क होने पर विक्रम वापिस खड़ा हो जाएगा अपने पैरों पर
नई दिल्ली। विक्रम लैंडर (Vikram lander) अपने तय स्थान से करीब 500 मीटर दूर चांद की जमीन पर गिरने से इसरो ( ISRO) निराश नहीं हुआ है। लेकिन अगर उससे संपर्क स्थापित हो जाए तो वह वापस अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है।
इसरो से मिली जानकारी के अनुसार, चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर में वह टेक्नोलॉजी है कि वह गिरने के बाद भी खुद को खड़ा कर सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि उसके कम्युनिकेशन सिस्टम से संपर्क हो जाए और उसे कमांड रिसीव हो जाए।
विक्रम लैंडर में ऑनबोर्ड कम्प्यूटर है। यह खुद ही कई काम कर देता हैं। विक्रम लैंडर के गिरने से वह एंटीना दब गया है जिसके जरिए कम्युनिकेशन सिस्टम को कमांड भेजा जा सकता था। अभी इसरो वैज्ञानिक यह प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह उस एंटीना के जरिए विक्रम लैंडर को वापस अपने पैरों पर खड़े होने की कमांड दे सके।