उन्नाव गैंगरेप केस: BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सीतापुर जेल में किया गया शिफ्ट
नई दिल्ली/लखनऊ: उन्नाव में किशोरी से दुष्कर्म मामले के आरोपी बांगरमऊ बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. जानकारी के मुताबिक, आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मंगलवार (8 मई) को सुबह उन्नाव जेल से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अपील दायर कर आरोपी विधायक को उन्नाव जेल से शिफ्ट करने की याचिका दायर की थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. आपको बता दें कि रिमांड खत्म होने के बाद सीबीआई ने सेंगर को विशेष अदालत में पेश किया था, जहां से उन्हें उन्नाव जिला जेल भेज दिया गया था.
शिफ्ट करने का ये भी है कारण
जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने वाले लोगों की तादाद को देखते हुए और केस की गंभीरता को देखते हुए ये कदम उठाया गया. आपको बता दें कि पहले लखनऊ जेल में शिफ्ट करने की बात चल रही थी, लेकिन अब सीतापुर जेल में भेजा दिया गया है.
मामला लखनऊ ट्रांसफर करने की थी मांग
आपको बता दें कि कुलदीप सिंह सेंगर को उन्नाव जेल भेजने के बाद पीड़ित परिवार ने इस पूरे मामले को लखनऊ ट्रांसफर किए जाने की मांग की थी. पीड़ित परिवार ने कहा था कि सेंगर उन्नाव में गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. पीड़िता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था, ‘ये वही जेल है, जहां मेरे पिता की मौत हो गई.’ पीड़ित परिवार ने कहा था कि जब तक सेंगर वहां बंद रहेंगे, उन्हें न्याय नहीं मिलेगा.
CBI ने केस ट्रांसफर करने की मांग
आपको बता दे कि सीबीआई ने कोर्ट से केस को ट्रांसफर करने की मांग की. सीबीआई की मांग पर कोर्ट ने कहा कि संबंधित प्रशासनिक संस्थाओं को इसके लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.
पीड़ित परिवार ने दाखिल की अर्जी
इस मामले में रेप पीड़िता की मां ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी. उन्होंने कहा कि पीड़िता के मृतक पिता के खिलाफ आर्म्स एक्ट में फर्जी FIR दर्ज कराने वाले पिंटू सिंह लापता है. उसके लापता होने की जांच की जाए. कोर्ट ने पिंटू सिंह के लापता होने पर नाराजगी जताई और कहा कि अगली सुनवाई में टिंकू सामने कोर्ट के सामने मौजूद होना चाहिए. पीड़िता की मां ने कहा इस पूरे मामले में जितने भी लोग शामिल हैं, सभी की जांच की जाए.
21 मई को अगली सुनवाई
इस मामले की अगली सुनवाई 21 मई को होगी. कोर्ट के निर्देशों पर CBI टीम को लीड कर रहे राघवेंद्र वत्स ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा.