‘कट मनी’ पर बुरी तरह फंस गईं ममता, गांववालों ने की तृणमूल कांग्रेस के नेता की पिटाई
नई दिल्ली: ममता बनर्जी की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। कटमनी को लेकर पश्चिम बंगाल की सड़कों पर ममता सरकार के खिलाफ हर रोज प्रदर्शन हो रहे हैं। बीजेपी जहां कोलकाता में ममता बनर्जी को घेर रही है वहीं अब संसद में भी ये मुद्दा उठ चुका है। ऊपर से सरकार के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन हिंसक होते जा रहे हैं। बर्धमान के कालना इलाके में गांववालों ने तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता की पिटाई कर दी।
गांव वालों का आरोप है कि मनरेगा के तहत सौ दिन काम दिलाने और टॉयलेट बनाने के लिए पैसे दिलवाने का वादा करके तृणमूल कांग्रेस के नेता अमित सरकार ने कटमनी ली थी। गांव वाले अपना पैसा वापस मांग रहे थे लेकिन जब पैसा नहीं मिला तो गांव वालों ने उनके घर पर हमला कर दिया। हालांकि अमित सरकार का कहना है कि हमला गांव वालों ने नहीं बल्कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आम लोगों से जो कटमनी लेते हैं उसमें से पचहत्तर परसेंट पार्टी फंड में जाता है। बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बड़े नेताओं की शह पर कटमनी ली जाती है इसलिये टीएमसी के पार्टी फंड में कट मनी का जो रुपया है वो वो जनता को वापस किया जाए।
बीजेपी ने इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया है। हुगली से बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी आरोप लगाया कि कटमनी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मंजूरी मिली है। जिस वक्त लॉकेट चटर्जी इस मुद्दे को लोकसभा में उठा रही थी वहां मौजूद तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि राज्य के मुद्दे को संसद में नहीं उठाना चाहिए लेकिन बीजेपी का कहना था कि पश्चिम बंगाल भी इसी देश का हिस्सा है और कटमनी देश का मुद्दा है।