किसानों के ‘भारत बंद’ को पंजाब सरकार का समर्थन, CM चन्नी ने बुलाई कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक हुई. इस बैठक में किसानों के मुद्दे पर चर्चा की गई. बैठक में पंजाब कैबिनेट ने किसानों के ‘भारत बंद’ के प्रति अपना समर्थन जताया. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध को देखते हुए सीएम चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल के साथ आज इमरजेंसी बैठक बुलाई थी. पंजाब सीएमओ ने जानकारी दी है कि किसानों की मांगों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए बैठक में एक अहम प्रस्ताव पारित किया गया.
बैठक में तय किया गया कि पंजाब के मंत्री ‘भारत बंद’ के दौरान मरने वाले किसान के घर जाकर पीड़ित परिवार को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. बता दें कि कैबिनेट बैठक में आज सिर्फ किसानों के ही मुद्दे पर चर्चा की गई. इस दौरान किसान आंदोलन और भारत बंद के प्रति सरकार ने अपना समर्थन जताया.
1 अक्टूबर को पंजाब कैबिनेट की अगली बैठक
पंजाब कैबिनेट की अगली बैठक 1 अक्टूबर को होगी. कैबिनेट मंत्री राजकुमार बेरका ने कहा कि आज बैठक में कोई और एजेंडा नहीं था. सिर्फ किसानों के मुद्दे पर ही चर्चा की गई. बता दें कि चरणजीत चन्नी के सीएम बनने के बाद यह दूसरी कैबिनेट बैठक थी. बैठक में उनके सभी मंत्री मौजूद रहे.
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशव्यापी भारत बंद बुलाया था. कई राज्यों में बंद का काफी असर देखा गया.वहीं कई राज्यों में इसका मिला-जुला असर देखने को मिला. पंजाब में आज किसानों के बंद का असर काफी देखा गया. राकेश टिकैत ने कहा, “हमारा ‘भारत बंद’ सफल रहा. हमें किसानों का पूरा समर्थन मिला… हम सबकुछ बंद नहीं कर सकते क्योंकि हमें लोगों की आवाजाही का भी ध्यान रखना है. हम सरकार के साथ बातचीत को तैयार हैं लेकिन कोई बातचीत नहीं हो रही. आगे की रणनीति संयुक्त किसान मोर्चा बनाएगा.”
‘हमारा ‘भारत बंद’ सफल रहा’
इससे पहले भारत बंद को लेकर राकेश टिकैत ने कहा था कि कृषि कानूनों की वापसी के बिना किसानों की भी घर वापसी नहीं होगी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “मुठ्ठी भर किसान, कुछ राज्यों का आंदोलन बताने वाले आंख खोलकर देख लें कि किसानो के आह्वान पर आज पूरा देश भारत बंद का समर्थन कर रहा है. बिना किसी दबाव और हिंसा के ऐतिहासिक भारत बंद जारी है. सरकार कान खोल कर लें, कृषि कानूनों की वापसी व MSP की गारंटी के बिना घर वापसी नहीं होगी.”