कुछ विदेशी ताकतें भारत को बदनाम करने की साजिश कर रही हैं: प्रकाश जावड़ेकर
केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन पर ट्वीट करने वाली पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को लेकर चर्चा लगातार गर्म है। भारत में उनकी खूब आलोचना हो रही है। दिल्ली में भी उनको लेकर एक एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि उसमें उनका नाम नहीं है। इन सबके बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बड़ा बयान दिया है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जो टूलकिट का मामला सामने आया है वह बहुत ही गंभीर है। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि कुछ विदेशी ताकतें भारत को बदनाम करने की साजिश कर रही हैं। इससे पहले पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ दर्ज हुए एफआईआर को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से बड़ा बयान सामने आया था। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने कहा कि एफआईआर में किसी का नाम नहीं है। यह केवल टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है, जो जांच का विषय है। दिल्ली पुलिस उस मामले की जांच करेगी।ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अनेक लोगों ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शनों के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। थनबर्ग ने ट्वीट में कहा था कि हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं। उन्होंने इसके साथ ही सीएनएन की एक खबर टैग की जिसका शीर्षक था ‘प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस में झड़प के बीच भारत ने नयी दिल्ली के आसपास इंटरनेट सेवा बंद की।’ थनबर्ग ने कहा ‘‘जिन लोगों को मदद चाहिए उनके लिए टूलकिट (सॉफ्टवेयर) साझा किया है।’’ यह टूलकिट उपयोगकर्ता को प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं।