केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को जल्द मिल सकती है खुशखबरी, बड़ी राहत देने की तैयारी में मोदी सरकार
नयी दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) को कर्मियों के लिए व्यापक योजना बनाने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बलों के करीब सात लाख जवान साल में कम से कम 100 दिन परिवार के साथ बिताएं। यह जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि पिछले महीने मंत्रालय में सीएपीएफ के कामकाज को लेकर शाह के समक्ष प्रस्तुति दी गई थी जिसके बाद उन्होंने इन बलों में जवानों की तैनाती का डिजिटलीकरण करने का निर्देश दिया।
अधिकारी ने कहा कि जब तैनाती का डाटा डिजिटल हो जाएगा तो बलों के मुख्यालयों को जवानों की तैनाती एवं स्थानांतरण करने में पारंपरिक कागजी फाइल प्रक्रिया के मुकाबले आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इससे स्थानांतरण और अपने घर के पास तैनाती को लेकर जवानों की बड़े पैमाने पर होने वाली शिकायत को भी दूर करने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने कहा कि बलों को यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए दो महीने की समयसीमा की गई है। उल्लेखनीय है कि सीमा सुरक्षा बल के पूर्व प्रमुख केके शर्मा ने पिछले साल कहा था कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को साल में औसतन ढाई महीने (करीब 75 दिन) ही परिवार के साथ रहने को मिलता है और अगर 30 साल का सेवाकाल माना जाए तो मात्र पांच साल ही वे नौकरी के दौरान परिवार के साथ बिताते हैं।