केएन त्रिपाठी का नामांकन हुआ खारिज, अब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए थरूर और खड़गे के बीच मुकाबला
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 30 तारीख को 3 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया था। उनमें से एक नामांकन को खारिज कर दिया गया है। झारखंड कांग्रेस के नेता केएन त्रिपाठी के नामांकन को खारिज कर दिया गया है। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच में होगा। हस्ताक्षर मेल नहीं खाने की वजह से केएन त्रिपाठी के आवेदन को खारिज किया गया है। कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि 20 फार्मों की कुल संख्या कल जमा की गई थी। इनमें से स्क्रूटनी कमेटी ने हस्ताक्षर के मुद्दों के कारण 4 फॉर्म को खारिज कर दिया। वापसी के लिए 8 अक्टूबर तक का समय है, उसके बाद तस्वीर साफ होगी। कोई नाम वापस नहीं लेता है तो मतदान प्रक्रिया शुरू होगी। मधुसूदन मिस्त्री कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के दो मौजूदा दावेदारों में मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर शामिल हैं। आपको बता दें कि किसी भी उम्मीदवार की ओर से अगर अपना नामांकन वापस नहीं लिया जाता है तो 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे और 19 को नतीजे आएंगे। 22 सालों के बाद यह मौका आया है जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उनके साथ पार्टी के कई राज्यों का समर्थन है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली के केरल हाउस में पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी से मुलाकात की।
भाजपा का तंज
मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर भाजपा ने विपक्षी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि वह एक ‘‘कठपुतली’’ साबित होंगे और ‘‘रिमोट’’ से नियंत्रित होंगे। अमित मालवीय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘अस्सी की उम्र में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के लिए प्रेरक पसंद हैं। वह युवा हैं, ऊर्जावान हैं और कांग्रेस को अपने पुनरुद्धार के लिए जिसकी जरूरत है उसके अनुरूप हैं। उन्हें मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) से ‘रिमोट कंट्रोल से संचालित’ होने के तौर-तरीकों को अपना लेना चाहिए। इससे सब कुछ सुलझ जाएगा।’’ भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘गहलोत (राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत) के परिवार (गांधी परिवार) का साथ खोने के बाद अब 80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे को रिमोट से नियंत्रित ‘कठपुतली’ के रूप में चुना गया है, जिन्हें कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में भी देखा जा रहा है। उनके नामांकन के मुकाबले थरूर का नामांकन फीका रहा। क्या आपको नहीं लगता कि यह मैच खड़गे के लिए फिक्स है?