केजरीवाल ने “मेक इंडिया नंबर-1” कैंपेन का किया ऐलान, हरियाणा से करेंगे आगाज़
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एलान किया कि 7 सितंबर को हरियाणा के हिसार से मेक इंडिया नंबर-1 कैंपेन की शुरुआत करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने मेक इंडिया नंबर वन मूवमेंट की घोषणा की थी, 130 करोड़ लोगों का सपना है कि भारत दुनिया का नंबर 1 देश बने, लोगों का सवाल है हमें आजाद हुए 75 साल हो गए फिर भी देश को छोड़ा क्यों हैं कितने देश हमसे आज आगे निकल गए, लेकिन आज कहा जाता है कि भारत गरीब और पिछड़ा देश है. बहुत तकलीफ होती है, 130 करोड़ लोगों का सपना है कि भारत अमीर देश बने दुनिया का श्रेष्ठ और शक्तिशाली देश बने नंबर 1 देश बने.
अरविंद केजरीवाल ने पुरानी पार्टियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 75 साल में इन्हीं नेताओं और पार्टियों की वजह से देश पिछड़ा रह गया और अगर आगे इन्हीं के भरोसे छोड़ा तो अगले 75 साल भारत ऐसे ही पिछड़ा रह जाएगा. इसके लिए अब 130 करोड़ लोगों को साथ आना होगा गठबंधन करना होगा, अगर 130 करोड़ लोग मिल जाएं तो भारत को नंबर 1 देश बनने से कोई नहीं रोक सकता.
अपनी जन्मभूमि से यात्रा की शुरुआत
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए मैंने ऐलान किया था कि मैं पूरे देश की यात्रा करूंगा, पूरे देश के लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने की कोशिश करूंगा और कल मैं इस आंदोलन की शुरुआत कर रहा हूं. सबसे पहले मैं अपने जन्मस्थान हरियाणा में जा रहा हूं, हिसार जा रहा हूं मैं वही पैदा हुआ था, हिसार के पास एक गांव है सिवानी में वही पैदा हुआ, उसी जगह से मैं अपनी शुभ यात्रा की शुरुआत कर रहा हूं.
अरविंद केजरीवाल ने जारी किया मिस्ड कॉल नंबर
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक-एक करके सभी राज्यों में जाएंगे और लोगों को जोड़ेंगे, जो जो लोग इस कैंपेन से जुड़ना चाहते हैं वह 9510001000 पर मिस करके जुड़ सकते हैं. मैंने अक्सर कई बार बोला है कि भारत को नंबर 1 देश बनाने के लिए कई काम करने होंगे लेकिन एक चीज सबसे ज्यादा जरूरी है, जब तक हमारे देश के हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी. जैसे अमीरों के बच्चों को प्राइवेट स्कूल में शिक्षा मिलती है वैसी ही शिक्षा गरीबों के बच्चों को नहीं मिलेगी तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता.
1947 से ही गांव-गांव में ही खोलने चाहिए थे स्कूल: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1947 में हमारा देश आजाद हुआ उसके बाद से हमने कई इलाकों में तरक्की तो की लेकिन जो सबसे बड़ी गलती रह गई वह यह थी कि गांव-गांव में शानदार सरकारी स्कूल बनवाने चाहिए थे, अगर हम उस समय यह काम कर जाते थे तो भारत विकसित हो जाता तो हमारा देश आज गरीब नहीं होता, कल प्रधानमंत्री जी ने एक ऐलान किया कि 14,500 सरकारी स्कूलों को देशभर में अच्छा बनाया जाएगा मॉडर्न बनाया जाएगा यह बहुत अच्छी बात है लेकिन देश मे 14,500 स्कूलों को ही अच्छा करने से क्या होगा देश में साढे 10 लाख स्कूल हैं. अगर 1 साल में सिर्फ कितने स्कूल करेंगे तो 70-80 साल लग जाएंगे सरकारी स्कूलों को ठीक करने में.
10 लाख सरकारी स्कूलों को 5 साल के साथ करना है ठीक
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरी अपील है प्रधानमंत्री जी से केंद्र सरकार से अपील है कि सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्लान बनाया जाए कि सभी साढ़े 10 लाख स्कूलों को एक साथ बेस्ट क्वालिटी का बनाया, कोशिश की जाए कि 5 साल के अंदर यह लक्ष्य हासिल कर सकें, जब तक हमारे देश के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता, आप कोई भी विकसित देश देख लीजिए जो विकसित हुआ हो और उसने अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा का इंतजाम ना किया हो ? ऐसे में सिर्फ 14,500 स्कूल को ठीक करना एक तरह से समुद्र में एक बूंद की तरह है, देश के सभी साढ़े 10 लाख सरकारी स्कूलों एक साथ 5 साल के अंदर ठीक करना है.