केरल में एम शिवशंकर की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और भाजपा का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की
तिरुवनंतपुरम। केरल में कांग्रेस और भाजपा ने सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस और भाजपा के युवा मोर्चा ने राज्य सचिवालय के सामने प्रदर्शन किया और भाजपा की महिला मोर्चा की कुछ कार्यकर्ता परिसर के भीतर घुसने में कामयाब हो गयीं। पुलिस ने मुख्यमंत्री के कार्यालय, नार्थ ब्लॉक वाले हिस्से से कार्यकर्ताओं को हटा दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला ने विजयन का इस्तीफा मांगा और दावा किया कि जांच मुख्यमंत्री तक पहुंचेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मामले में मुख्यमंत्री मुख्य आरोपी हैं। केरल ने अपने इतिहास में ऐसा कुशासन कभी नहीं देखा।’’ चेन्नीतला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ऐसी भी खबरें आयी हैं कि दो अन्य अधिकारी भी जांच एजेंसियों के घेरे में हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री खुद को कैसे पाक साफ बता सकते हैं।’’
भाजपा के प्रदेश प्रमुख के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि दो अन्य मंत्री भी मामले में संलिप्त थे और शिवशंकर ने सीमा शुल्क के अधिकारियों को धमकाया था। उन्होंने कहा, ‘‘शिवशंकर ने अपने निजी फोन और कार्यालय के फोन से कई बार सीमा शुल्क के अधिकारियों को फोन किया और उन्हें धमकाया। मुख्यमंत्री से पूछताछ होनी चाहिए।’’
एर्नाकुलम जिले की एक अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय को बृहस्पतिवार को शिवशंकर की सात दिनों की हिरासत प्रदान की। शिवशंकर को पिछली रात गिरफ्तार किया गया था। तिरूवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पांच जुलाई को ‘राजनयिक सामान’ से करीब 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया था। मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी, सीमा शुल्क विभाग और प्रवर्तन निदेशालय अलग-अलग जांच कर रहे हैं।