केरल में ‘रहस्यमयी’ बुखार से नौ की मौत, नड्डा ने दिल्ली से भेजी टीम
केरल के कोझिकोड़ में ‘रहस्यमयी बुखार’ के चलते बीते 18 दिनों में एक ही परिवार के तीन लोगों सहित कुल नौ मौतों के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) ने इसके पीछे ‘निपाह’ नाम के एक वायरस को जिम्मेदार बताया है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने नौ लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि दो मृतक निपाह से पीड़ित पाए हैं, वहीं अन्य मृतकों के सैंपल टेस्ट के लिए भेज दिए गए हैं. जिला कलेक्टर यूवी होज़े के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स गठित की गई है.इस घटना के बाद राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग भी बिल्कुल अलर्ट हो गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके श्याला ने स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की. इसके बाद स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. आरएल सरिता ने इस बैठक के बाद टास्कफोर्स के गठन का फैसला किया. किसी भी इमर्जेंसी कंडिशन से निबटने के लिए इलाज की निगरानी के लिए सिंगल विंडो की व्यवस्था की गई है.
बता दें कि कोझीकोड़ में शनिवार को एक प्राइवेट अस्पताल में 50 साल की महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसके 25 और 23 साल के दो रिश्तेदारों की 18 और पांच मई का निधन हो गया था.
इससे पहले लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने केरल के कोझिकोड़ जिले में एक वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र की मदद मांगी थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को लिखे पत्र में रामचंद्रन ने कहा कि उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वताकरा में कुट्टियाडी और पेरम्ब्रा सहित कुछ पंचायत क्षेत्र ‘घातक वायरस’ की चपेट में हैं. उन्होंने कहा कि कुछ डॉक्टरों ने इसे निपाह नाम का वायरस बताया है, जबकि दूसरे ने इसे जूनोटकि वायरस बताया है जो तेजी से फैलता है.
इस बीच, दिल्ली से मिली खबर के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक को राज्य सरकार की मदद करने के लिए कोझिकोड़ जाने का निर्देश दिया. मंत्री के निर्देश पर एक केंद्रीय टीम केरल जाएगी. नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने स्थिति की समीक्षा की.