कोरोना के खिलाफ जंग में स्वदेशी वैक्सीन बड़ी उपलब्धि : स्वास्थ्य राज्यमंत्री
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को कहा कि कोरोना के विरुद्ध जंग में स्वदेशी वैक्सीन एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है जिसका इंतजार सभी देशवासियों को था और आज वह इंतजार खत्म हो गया है। देश में विकसित दो कोविड वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा मंजूरी दिए जाने पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने ट्वीट के जरिए कहा, ”डीसीजीआई ने कोवैक्सीन व कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के विरुद्ध सफलतापूर्वक जंग में यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारत कोरोना मुक्त होगा। वैज्ञानिकों-स्वास्थ्य कर्मियों सहित संपूर्ण देशवासियों को बधाई।”
डीसीजीआई ने रविवर को भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड को देश में प्रतिबंधित इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी का एलान किया।
जानकारी के अनुसार, कोरोना वैक्सीनेशन से पहले शनिवार को पूरे देश के 125 जिलों के 286 सेशन साइटों पर ड्राई रन हुआ। एक लाख से ज्यादा वैक्सीनेटर्स को प्रशिक्षित किया गया। कोविड ऐप पर 75 लाख से ज्यादा लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन हुआ। जिसका उद्देश्य टीकाकरण की तैयारियों का जायजा लेना था।
ड्राई रन सफल रहने पर चौबे ने वैज्ञानिकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई देते हुए कहा, ”दोनों वैक्सीन भारत में ही तैयार हुए हैं। कोविड-19 के लिए भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट के टीके कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए विशेषज्ञों के पैनल ने सिफारिश की है।”
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन में भारत का व्यापक अनुभव है और कोरोना के वैक्सीनेशन के दौरान इस अनुभव का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 2021 हेल्थ सॉल्यूशन का साल है और इसमें भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।