कोरोना संकट के बीच रूस पर एंटी-सैटेलाइट हथियार के परीक्षण का आरोप
वॉशिंगटन: कोरोना (CoronaVirus) संकट के बीच रूस ने अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने वाले हथियार (Space Weapon) का परीक्षण किया है. अमेरिका (America) और ब्रिटेन (UK) ने आरोप लगाया है कि इस महीने की शुरुआत में रूस की तरफ से अंतरिक्ष में एक एंटी-सैटेलाइट हथियार का परीक्षण किया गया.
यह पहली बार है जब अमेरिका ने मॉस्को पर इस तरह के हथियार के परीक्षण का आरोप लगाया है. अमेरिका का कहना है कि यूएस स्पेस कमांड के पास सबूत है कि मॉस्को ने 15 जुलाई को एक अंतरिक्ष-आधारित एंटी-सैटेलाइट हथियार का परीक्षण किया था. यह टेस्ट एक और उदाहरण है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की अंतरिक्ष प्रणालियों के लिए खतरे वास्तविक, गंभीर हैं और बढ़ते जा रहे हैं.
अमेरिका के परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ताकार मार्शल बिलिंग्सली (Marshall Billingslea) ने ट्वीट करके कहा कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है. रूस का यह टेस्ट अगले सप्ताह वियना में चर्चा का प्रमुख मुद्दा होगा, जहां वह न्यू स्टार्ट संधि पर बातचीत करेंगे. वहीं, गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रूस चीन के साथ हथियारों की दौड़ में शामिल नहीं होगा.
ब्रिटेन के अंतरिक्ष निदेशालय के प्रमुख एयर वाइस मार्शल हार्वे स्मिथ ने रूस के परीक्षण पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, ‘इस तरह के कदम अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए खतरा हैं और इनसे मलबे का जोखिम रहता है, जो उन उपग्रहों और अंतरिक्ष प्रणालियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिन पर दुनिया निर्भर करती है. लिहाजा, हम रूस से आह्वान करते हैं कि वह इस तरह के किसी भी परीक्षण से बचे’.
अमेरिका ने रूस पर अप्रैल में उपग्रह रोधी मिसाइल परीक्षण करने का भी आरोप लगाया था. यूएस स्पेस कमांड के प्रमुख जनरल जे रेमंड ने कहा कि पिछले हफ्ते के टेस्ट के लिए उसी प्रणाली का इस्तेमाल किया गया, जिसे लेकर पिछले साल स्पेस कमांड ने तब चिंता जताई थी जब वह यूएस गवर्नमेंट सैटेलाइट के करीब पहुंच गया था. उन्होंने आगे कहा कि यह इस बात का सबूत है कि रूस अंतरिक्ष-आधारित प्रणालियों को विकसित करने और परीक्षण करने के निरंतर प्रयास कर रहा है. जो यूएस और उसके सहयोगियों की अंतरिक्ष परिसंपत्तियों को जोखिम में डालते हैं.