क्या अच्छे दिन आ गए हैं, अधिकतर लोगों का जवाब होगा ना: शशि थरूर
नयी दिल्ली। कांग्रेस जहां किसानों की दुर्दशा के मुद्दे उठा रही है वहीं भाजपा ‘‘ध्रुवीकरण के एजेंडे’’ को बढ़ावा देने के लिए किसी भी बात को बढ़ावा दे रही है क्योंकि उसके पास दिखाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। यह दावा आज कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने किया और कहा कि भगवा दल का ‘अच्छे दिन’ का वादा अधूरा रह गया। थरूर ने दावा किया कि विदेश नीति के मोर्चे पर सरकार ‘‘विफल’’ रही है और कांग्रेस इन ‘‘विफलताओं’’ को उजागर करेगी क्योंकि ‘‘महज नारे’’ बनकर रह गईं तथाकथित योजनाओं का जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मतदाताओं से सीधा सवाल है कि क्या आप 2014 की तुलना में बेहतर हैं? क्या आपके लिए ‘अच्छे दिन’ आ गए? अधिकतर लोग कहेंगे कि नहीं।’’ वर्ष 2014 के चुनावों में भाजपा ने ‘अच्छे दिन’ के नारे लगाए थे जिसका पूरे भारत में अच्छा प्रभाव रहा और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। तिरूवनंतपुरम के सांसद ने कहा कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का भाषण स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि पार्टी एजेंडा तय कर रही है और ‘‘राफेल घोटाला’’ तथा किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दे उठा रही है। यह पूछने पर कि राहुल गांधी के ‘‘अनिच्छुक नेता’’से ‘‘वास्तविक चुनौती देने वाला नेता’’ बनने में बदलाव कैसे आया तो उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस प्रमुख का खुद का प्रयास है।