क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आपात बैठक, खिलाड़ियों और कोच पर बड़ा फैसला आज
सिडनी : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की गेंद से छेड़खानी के मामले में मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका में आपात बैठक होगी जिसमें कोच कोच डेरेन लेहमन और कप्तान स्टीव स्मिथ के भविष्य का फैसला किया जाएगा. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख जेम्स सदरलैंड पर कड़ा फैसला करने के लिये भारी दबाव है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने टीम संस्कृति को बदहाल करार दिया है. वह मंगलवार को जोहानिसबर्ग पहुंचेंगे जहां वह इस संस्था की आचार संहिता संबंधी समिति के प्रमुख इयान राय से मिलेंगे.
सदरलैंड और राय कड़े फैसले कर सकते हैं और रिपोर्टों के अनुसार वे स्मिथ और उप कप्तान डेविड वार्नर पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाकर उन्हें स्वदेश भेज सकते हैं. स्मिथ गेंद से छेड़खानी की योजना बनाने में शामिल होने के कारण पहले ही एक मैच का प्रतिबंध झेल रहे हैं जो उन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने लगाया है. स्मिथ के साथी कैमरन बैनक्राफ्ट को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करते हुए पाया गया था. इसका मतलब है कि वह जोहानिसबर्ग में शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे. लेहमन इस विवाद के शुरू होने के बाद से ही चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन ब्रिटिश टेलीग्राफ के अनुसार उन्होंने अपना पद छोड़ने का फैसला कर लिया है जो कि तुरंत प्रभाव से लागू होगा. इसका मतलब है कि वह भी इस टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं होंगे.
लेहमन 2013 में टीम के कोच बने थे जब मिकी आर्थर को बर्खास्त किया गया था. जस्टिन लैंगर को उनका स्थान लेने के लिये मजबूत दावेदार माना जा रहा है हालांकि रिकी पोंटिंग का नाम भी चर्चा में है. सदरलैंड ने क्रिकेट प्रेमियों को भेजे ईमेल में कहा, ‘‘हम बुधवार की सुबह तक ऑस्ट्रेलियाई जनता को जांच और परिणामों से अवगत कराने की स्थिति में रहेंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस स्थिति पर सभी के सरोकारों को समझते हैं तथा हम इसमें शामिल संबंधित मुद्दों से अच्छी तरह से निबटने के लिये उचित प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं.’’ ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल ने आज फिर दोहराया कि यह ऑस्ट्रेलिया के लिये घोर अपमान है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पूरी दृढ़ता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच जान बुकानन ने कहा कि स्मिथ को कप्तान पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और क्रिकेट प्रमुखों को पूरे पारदर्शी तरीके से जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के सदस्यों के लिये बहुत मुश्किल समय है. मेरा मानना है कि यह खिलाड़ियों और स्टाफ के व्यवहार, कार्यों और फैसलों को नया स्वरूप देने का सुनहरा अवसर है.’’
यह है पूरा मामला
दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच केपटाउन में तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन जब अफ्रीकी पारी का 43वां ओवर चल रहा था और मार्करम व एबी डिविलियर्स खेल रहे थे, उसी समय ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बेनक्रॉफ्ट एक चिप जैसी चीज के साथ कैमरे पर पकड़े गए. कहा गया कि ये गेंद की चमक उड़ाने वाली चिप है. इसे उन्होंने गेंद पर घिसा. हालांकि मैदानी अंपायरों ने इस बारे में उनसे बातचीत की. अंपायरों के पास जाने से पहले बैनक्राफ्ट को अपने अंत:वस्त्र में छोटी सी पीली चीज रखते हुए देखा गया. जब अंपायर उनसे बात करने के लिये पहुंचे तो उन्होंने पैंट की जेब में हाथ डालकर दिखाया और यह भिन्न वस्तु थे. वह धूप के चश्मे को साफ करने के लिये मुलायम कपड़े जैसा लग रहा था.
इसके बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और बेनक्राफ्ट ने इस पूरे मामले में अपनी गलती मान ली. तीसरे दिन का जब खेल खत्म हुआ तो उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने इस बात को स्वीकार कर लिया. वहीं बैनक्राफ्ट ने स्वीकार किया कि वह टेप से गेंद की शक्ल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया सरकार ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड को स्टीव स्मिथ को कप्तानी से हटाने का आदेश दिया. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेल्कोन टर्नबुल ने इस पूरी घटना को शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा ये भरोसा करना मुश्किल है, कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ये कृत्य किया.
इसके बाद लगातार हो रही आलोचनाओं के बाद स्टीव स्मिथ ने टीम की कप्तानी और डेविड वॉर्नर ने तीसरे टेस्ट के लिए उपकप्तानी छोड़ दी. तब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने कहा, “हमने स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर से इस पूरे मामले पर बातचीत की. दोनों इस टेस्ट के लिए अपने अपने पद छोड़ने को तैयार हो गए. हालांकि अभी ये सिर्फ तीसरे टेस्ट के लिए है. मैच की अंतरिम जांच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी कर रहा है. तीसरे मैच के बाद इस पूरे मामले पर फैसला होगा.”
आईसीसी ने ये दी सजा
इस मामले में सजा का ऐलान करते हुए स्टीव स्मिथ पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया. इसके अलावा उनकी 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया गया. बॉल टैंपरिंग करने वाले बेनक्रॉफ्ट को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के तहत लेवल 2 का दोषी माना गया. इसके लिए उनके खाते में 3 डिमेरिट प्वाइंट जोड़ दिए गए. ये प्वाइंट एक साल तक मान्य रहते हैं. इसके अलावा बेनक्राफ्ट पर 75 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया.गौरतलब है कि पूरे क्रिकेट जगत में इस घटना की कड़ी निंदा की जा रही है. सारी टीम के दिग्गज खिलाड़ी एक स्वर में इस कांड की आलोचना कर रहे है इसमें ऑस्ट्रेलिया के भी पूर्व दिग्गज क्रिकेटर्स शामिल हैं.