गहलोत खेमे का ऐलान- राज्यपाल से विधानसभा सत्र की मंजूरी मिलने तक देंगे धरना
जयपुर. राजस्थान (Rajasthan) के सियासी संकट के बीच हाईकोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. कोर्ट के इस फैसले के बाद सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) की अगुवाई में विधायक और समर्थक राजभवन पहुंचे. विधायक राज्यपाल से मिलकर जल्द विधानसभा-सत्र आहूत करने की मांग रखेंगे. इस दौरान राजभवन के बाहर गहलोत समर्थक विधायक जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. राजभवन में सरकार समर्थक विधायक धरने पर बैठ गए हैं. विधायक राजभवन के लॉन में अनिश्चितकालीन धरना (Protest) दे रहे हैं. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि जब तक राज्यपाल विधानसभा सत्र (Assembly Session) बुलाने की मंजूरी नहीं देंगे तब तक हम धरने पर रहेंगे.
इधर, सचिन पायलट (Sachin Pilot) ग्रुप का दावा है कि हमारे ऊपर केन्द्र को पार्टी बनाने का आरोप गलत है. ये आपत्ति महेश जोशी के वकील ने कोर्ट में दर्ज की थी कि ये संविधान में बदलाव का मामला है. यदि इसमें केन्द्र पार्टी नहीं है तो याचिका डिफेक्टिव है, इसलिए हमें केंद्र को पार्टी बनाना पड़ा बार-बार केंद्र और बीजेपी के साथ नाम जोड़कर हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. हमारा बीजेपी से कोई संबंध नहीं, हम कांग्रेस में हैं और रहेंगे.
सीएम गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अभी राज्यपाल से फोन पर बात की है. उन्होंने कहा कि सोमवार से हम विधानसभा सत्र चाहते हैं. हरियाणा में मौजूद विधायकों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि किस तरह का दबाव उन पर पड़ रहा है? किस कारण से रोका गया? हमारे पास स्पष्ठ बहुमत है… हमारे साथी बीजेपी की देखरेख में बंधक है, जोकि वहां से छूटना चाहते हैं. कईयों की आँखों में आंसू आ रहे हैं, वो वापस आना चाहते है.
सीएम ने कहा कि यह सब कुछ बीजेपी और उनके नेताओ का षड्यंत्र है. वो यहां भी अन्य प्रदेशों की तरह मनमानी चाहते हैं. कोरोना के दौरान शानदार मैनेजमेंट हमने किया, लेकिन इस दौर में निचले स्तर पर राजनीति हो रही. उन्होंने कहा कि राज्यपाल दबाव में न रहे, अंतरात्मा की आवाज पर फैसला लें नहीं तो जनता राजभवन को घेरेगी तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी.
कॉन्फ्रेंस के बाद फेयरमोंट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हुई. जहां सीएम गहलोत जिंदाबाद के नारे लगे. बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार 5 साल चलेगी, इसमें किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि विधायक एकजुटता से मुकाबला करेंगे, बहुमत हमारे साथ है.
सीएम ने कल ही की थी राज्यपाल से मुलाकात
सीएम अशोक गहलोत ने कल ही राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर सोमवार से विधानसभा सत्र बुलाने पर चर्चा की थी. हालांकि राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुलाने पर अभी तक फैसला नहीं किया है. ऐसे में अब गहलोत खेमे के विधायक राजभवन कूच करेंगे. विधायकों को होटल से बसों से राजभवन ले जाया जायेगा. इसके लिए बसें लगाई जा रही हैं.