गृहमंत्री अमित शाह ने पुलवामा के शहीदों को किया नमन, लेथपोरा CRPF कैंप में गुजारी रात, जवानों के साथ डिनर
श्रीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने जम्मू कश्मीर दौरे के आखिरी दिन पुलवामा के सीआरपीएफ कैंप में रात बिताने के बाद आज सुबह पुलवामा हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने भी पुलवामा के शहीदों को नमन किया। इससे पहले गृह मंत्री शाह और लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा कल रात में लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ के उस कैंप में पहुंचे जहां के जवानों के काफिले पर 14 फरवरी 2019 को हमला हुआ था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे।
गृह मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर जवानों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित भी किया। जवानों को संबोधित करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उनके साथ डिनर भी किया। जिन टेबल्स पर बैठकर जवान भोजन करते हैं, अमित शाह भी उसी टेबल पर जवानों के बीच बैठे। डिनर के दौरान उन्होंने जवानों से बातचीत भी की। पूरी रात उन्होंने इसी कैंप में गुजारी।अमित शाह ने सीआरपीएफ शिविर में सुरक्षा कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं एक रात आप लोगों के साथ गुजारना चाहता हूं और आपकी समस्याओं को समझना चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के उनके दौरे के दौरान यह सबसे अहम पड़ाव है। शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत हद तक सुधरी है। उन्होंने कहा कि ‘‘उन्हें उम्मीद है कि वह अपने जीवनकाल में शांतिपूर्ण जम्मू कश्मीर देख सकेंगे जिसका सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है।’’ शाह ने कहा, ‘‘पथराव की घटनाएं तभी दिखाई देती हैं जब हम उन्हें देखना चाहते हैं। ऐसा भी समय था जब कश्मीर में पथराव आम बात थी। ऐसी घटनाएं बहुत हद तक कम हो गई हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम अभी संतुष्ट नहीं होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा.‘‘आतंकवाद के प्रति नरेंद्र मोदी सरकार की बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। यह मानवता के विरुद्ध है। मानवता के प्रति जघन्य अपराध से जुड़े लोगों से कश्मीर के लोगों को बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।’’ गृह मंत्री ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त होने के बाद खूनखराबा नहीं होने देने के लिए सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों के प्रति आभार व्यक्त किया।