भुवनेश्वर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवाती तूफान फनि से प्रभावित ओडिशा में स्थिति का जायजा लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान तूफान प्रभावित सूबे के विभिन्न जिलों की स्थिति का जायजा लिया। सूबे के मुखिया नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राज्यपाल गणेशी लाल ने भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की आगवानी की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में चक्रवात ‘फनि’ के कारण हुई क्षति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। मोदी भुवनेश्वर पहुंचने के बाद चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित पुरी जिले और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए सीधे अपने हेलीकॉप्टर में गए।
तूफान से हुई तबाही का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनाय की प्रशंसा की और कहा कि सभी ने मिलकर काम किया, राज्य और केंद्र के बीच पिछले 7-8 दिन बहुत अच्छा संतुलन रहा, प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारी की टीमें और स्थानीय जिला प्रसाशन की टीमों ने बहुत अच्छी तरह से मिलकर काम किया।
आपको बता दें कि शुक्रवार को ओडिशा में आए फनि तूफान से राज्य में भारी तबाही हुई है। इस चक्रवाती तूफान के चलते ओडिशा के 11 जिलों के 14,835 गांवों के लगभग 1.08 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे में हजारों लोगों को पानी एवं बिजली के अभाव से गुजरना पड़ रहा है। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आपदा से 24 घंटे पहले 13.41 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया था। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि पुरी एवं ‘बेहद गंभीर रूप से प्रभावित’ खुर्दा के कुछ हिस्सों में सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये नकद और पॉलीथीन शीट मिलेंगी अगर वे खाद्य सुरक्षा कानून (FSA) के तहत आते होंगे।पटनायक ने दावा किया कि सबसे अधिक प्रभावित पुरी नगर के 70 प्रतिशत इलाकों और राजधानी भुवनेश्वर के 40 प्रतिशत स्थानों में जल आपूर्ति बहाल हो गई है। बीजू जनता दल के प्रमुख ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि भुवनेश्वर में जल्द ही और पुरी नगर के कम से कम 90 प्रतिशत इलाकों में आज शाम तक पानी की आपूर्ति पूर्णत: बहाल कर ली जाएगी। सरकार ने अगले 15 दिनों के लिए बना हुआ खाना नि:शुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। हम मिशन स्तर पर पौधा रोपण कार्यक्रम चलाएंगे।’ हालांकि मुख्यमंत्री ने प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए जारी कार्य की स्थिति पर कोई ब्यौरा नहीं दिया।