चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस ने बनाई टास्क फोर्स-2024, प्रियंका गांधी की एंट्री
हाल में ही राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था। इस चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस ने खुद को मजबूत करने के लिए कई ग्रुप का गठन किया है। इन ग्रुप में पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप और टास्क फॉर 2024 का भी गठन किया गया है। कांग्रेस के टास्क फोर्स- 2024 में प्रियंका गांधी को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। इसका मतलब साफ है कि अब प्रियंका गांधी कांग्रेस के नेशनल प्लानिंग की भी हिस्सा रहेंगे। पॉलीटिकल अफेयर्स ग्रुप में राहुल गांधी को सदस्य बनाया गया है। जबकि भारत जोड़ो यात्रा में दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट होंगे। आपको बता दें कि कांग्रेस का यह ग्रुप पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार काम करेगा और सुझाव देगा। कांग्रेस ने सुधारों के क्रियान्वयन के लिए कार्यबल गठित करने और सलाहकार समूह बनाने का भी फैसला किया था।इसके साथ ही आठ सदस्यीय राजनीतिक मामलों का एक समूह गठित किया गया, जिसकी अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी। ‘‘कार्य बल-2024’’ में पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी वाद्रा, के. सी. वेणुगोपाल, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला और चुनाव रणनीतिकार सुनील कानगोलू शामिल हैं। कांग्रेस का कहना है कि कार्यबल में शामिल हर नेता को संगठन, संचार एवं मीडिया, संपर्क, वित्त और चुनाव प्रबंधन से संबंधित विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी। इनके साथ एक-एक टीम भी काम करेगी जिन्हें जल्द की अधिसूचित किया जाएगा। पार्टी ने कहा कि यह कार्यबल ‘उदयपुर नवसंकल्प’ की घोषणाओं और चिंतन शिविर के लिए गठित छह समन्वय समूह की रिपोर्ट पर आगे कदम बढ़ाएगा। राजनीतिक मामलों के समूह में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के जी 23 के दो अहम सदस्यों, गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को जगह मिली है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, वेणुगोपाल और जितेंद्र सिंह को इस समूह में शामिल किया गया है। केंद्रीय योजना समूह में दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, शशि थरूर, रवनीत सिंह बिट्टू, के.जे. जॉर्ज, ज्योति मणि, प्रद्युत बारदलोई, जीतू पटवारी और सलीम अहमद को जगह दी गई है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समन्वय के लिए बने इस समूह में शामिल कई नेता कांग्रेस के भविष्य के तौर पर देखे जा रहे हैं।