छत्तीसगढ़ में 3 महिलाओं समेत 7 नक्सली ढेर, भारी मात्रा में हथियार-गोला बारूद बरामद
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र तिमेनार के जंगल मे पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हो रही है। मुठभेड़ में 3 महिलाओं समेत सात नक्सली मारे गए हैं। मौके से भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद बरामद किए गए हैं। डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में इस मुठभेड़ को अंजाम दिया जा रहा है। अब तक 3 महिला और 4 पुरुष नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। एहतियातन अतिरिक्त सुरक्षाबल को मौके पर रवाना कर दिया गया है।
सुरक्षा बलों ने इनके पास से 2 इंसास रायफल, दो .303 राफयल और एक 12 बोर का रायफल बरामद किया है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर अभी भी एनकाउंटर चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक एनकाउंटर आज तड़के शुरू हुआ। राज्य के डीआईजी एंटी नक्सल ऑपरेशन सुंदरराज पी ने बताया कि डीआरजी और एसटीएफ की टीमें ऑपरेशन पर थीं, तभी उन्हें जंगल में नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली।
उन्होंने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने दंतेवाड़ा से सटे दोनों जिलों के जंगलों में यह अभियान शुरू किया। सुंदरराज ने बताया कि तिमिनार और पुसनार गांवों के जंगलों की घेराबंदी के दौरान दोनों पक्षों में गोलीबारी शुरू हो गई। उन्होंने बताया, “गोलीबारी रुकने के बाद तीन महिलाओं समेत सात नक्सिलयों के शव मौके से बरामद किए गए।” सुंदरराज ने बताया कि इलाके में तलाश अभियान अब भी जारी है जिसके बाद ही ज्यादा जानकारी सामने आ पाएगी।
बता दें कि बुधवार को भी छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र के सीमावर्ती राजनांदगांव जिले के औंधी क्षेत्र के कुंडाल की पहाड़ियों में एक मुठभेड़ में आईटीबीपी और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक महिला नक्सली को मार गिराया था। राजनांदगांव के एएसपी (नक्सल प्रकोष्ठ) वाई.पी. सिंह ने घटना की पुष्टि की और बताया कि मारी गई महिला नक्सली औधी एलओएस की जरीना पर पांच लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने कहा, औंधी क्षेत्र में औंधी एलओएस की गतिविधियों की सूचना पर सर्चिग टीम को बुधवार तड़के ही कुंडाल की पहाड़ियों की ओर रवाना कर दिया गया था।
सिंह ने बताया, कुंडाल की पहाड़ियों में औंधी एलओएस के शिविर होने के साथ ही सर्चिग टीम ने अपनी स्थिति मजबूत करते हुए घेराबंदी प्रारंभ कर दी। इसी दौरान नक्सली संतरी को आभास होने पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान लगभग एक घंटे तक गोलीबारी के बाद बल को हावी होते देख नक्सली बरसात के घने जंगल का फायदा उठाते हुए भागने में कामयाब हो गए।