जिन्ना विवाद को लेकर AMUSU ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से दखल की अपील की
अलीगढ़: AMU में जिन्ना विवाद को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (AMUSU) ने शनिवार (12 मई) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है. AMU के छात्रों ने राष्ट्रपति से इस मामले में दखल की अपील की है. छात्रसंघ अध्यक्ष मसकूर अहमद उस्मानी ने कहा कि AMUSU मोहम्मद अली जिन्ना या विश्वविद्यालय कैंपस में जिन्ना की फोटो का समर्थन नहीं कर रहा है. छात्रों ने अपनी चिट्ठी के जरिए शिकायत की कि, इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अब तक उचित कदम नहीं उठाए गए हैं, ना ही अलीगढ़ प्रशासन ने 2 मई को हुई हिंसात्मक घटना को लेकर आरोपियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की है.
मीडिया को भी लिखी चिट्ठी
AMUSU के अध्यक्ष मसकूर अहमद उस्मानी ने एक चिट्ठी सभी मीडिया संस्थानों को भी लिखी है. उन्होंने अपनी चिट्ठी के जरिए कहा, ‘हाल के दिनों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई घटनाओं से सभी अवगत होंगे. यूनिवर्सिटी के सभी छात्र 2 मई से बाब ए सैयद गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने हमलोगों को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने कई गंभीर मुद्दे उठाए हैं. उन्होंने अपनी चिट्ठी के जरिए घटना के दिन और समय को लेकर सवाल उठाए हैं.’
हामिद अंसारी का होना था सम्मान
बता दें, जिस दिन AMU के गेट पर हिंदूवादी संगठनों और छात्रों के बीच झड़प हुई थी उसी दिन पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी AMU पहुंचे थे. स्टूडेंट यूनियन की तरफ से उन्हें लाइफ टाइम मेंबरशिप दी जाने वाली थी. लेकिन, उनके वहां पहुंचने के बाद ही बवाल शुरू हो गया. कथित हिंसा के चलते कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. एएमयू में पढ़ाई कर चुके अंसारी ने कहा कि बाधा डाला जाना, उसका समय तथा ‘उसे सही ठहराने के लिए गढ़ा गया बहाना’ सवाल उठाता है.