‘जिम्मेदारी दी गई तो मना नहीं करूंगा’, कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर गहलोत का बड़ा बयान
कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसकी तस्वीर कुछ हद तक आज साफ हो सकती है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थोड़ी देर में दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं इसके बाद वो कोच्चि जाएंगे जहां वो राहुल गांधी से मिलेंगे। उसके पहले गहलोत ने साफ संकेत दिया कि वो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उससे वो पीछे नहीं हटेंगे।
‘किसी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा’
गहलोत ने कहा, आज देश की जो स्थिति है उसके लिए कांग्रेस का मजबूत होना बहुत जरूरी है। कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां मेरी आवश्यकता होगी, मैं पीछे नहीं हटूंगा। मैंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंदर 4-5 दिन पहले प्रस्ताव रखा था कि राहुल गांधी जी को अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए। अगर वे पार्टी अध्यक्ष के रूप में दौरा करेंगे तो पार्टी की एक अलग छवि बनेगी। मैं एक बार और प्रयास करूंगा।
शशि थरूर ने की मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात
वहीं, शशि थरूर ने कांग्रेस दफ्तर में पार्टी अध्यक्ष से जुड़ी प्रक्रियाओं को समझने की कोशिश की। गहलोत जिस वक्त मीडिया से बात कर रहे थे उस समय कांग्रेस सांसद शशि थरूर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव कमेटी के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात कर रहे थे। माना जा रहा है कि थरूर भी कांग्रेस अध्यक्ष की दावेदारी पेश करेंगे। थरूर ने मधुसूदन मिस्त्री के साथ मुलाकात के दौरान चुनाव लड़ने की प्रक्रिया के बारे में समझा और उन डेलीगेट्स की लिस्ट चेक की, जो कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में वोट करेंगे।
इस मुलाकात होने के बाद मधुसूदन मिस्त्री ने कहा, शशि थरूर को चुनावी प्रिक्रिया से संबंधित कुछ सवाल थे, उन्होंने वह पूछा और उनको हमने सब जानकारी दे दी है। मुलाकात के बाद वह संतुष्ट है। जब वह फॉर्म भरेंगे तों उनको हम 24 सितंबर को मतदाता सूची देंगे।
केरल कांग्रेस के कई सांसद थरूर से नाराज
अगर शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ते भी हैं तो उनके लिए जीत आसान नहीं होगी इसकी पहली वजह तो ये है कि गहलोत को कांग्रेस आलाकमान का समर्थन हासिल है। वहीं थरूर के खिलाफ केरल कांग्रेस में ही आवाज उठ रही है। केरल कांग्रेस के कई सांसद थरूर से नाराज हैं कि जब सांसद चुनाव लड़ने के लिए राहुल को मना रहे हैं, प्रस्ताव पास किए जा रहे हैं तो ऐसे समय उन्होंने अपनी दावेदारी क्यों पेश की। आपको बता दें कि थरूर ने दो दिन पहले ही सोनिया से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इस दौरान सोनिया ने उन्हें चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी थी।