ठाकरे का कार्यकर्ताओं से चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान
Maharastra: महाराष्ट्र में एकनाथ शिदे (Eknath Shinde) के पाले में शिवसेना (Shiv Sena) का नाम और निशान जाने के बाद अब पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस के साथ होने के लिए मजबूर किया गया था. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख लगातार चुनाव आयोग और बीजेपी के खिलाफ हमलावर हैं. ठाकरे ने कहा है कि उन्होंने कांग्रेस का हाथ नहीं पकड़ा, बल्कि बीजेपी ने ऐसा करने के लिए उन्हें मजबूर किया.
बता दें कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार (17 फरवरी) को शिवसेना के नाम और निशान वाले मामले में फैसला एकनाथ शिंदे पक्ष में सुनाया था. चुनाव आयोग के फैसले से नाराज उद्धव ठाकरे तब से कई बयान दे चुके हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने ताजा बयान में उद्धव ठाकरे ने कहा, ”कल (18 फरवरी) मैंने रास्ते में आकर उन चोरों को चुनौती दी थी कि हिम्मत है तो चुनाव लड़कर और जीतकर दिखाओ” ठाकरे ने कहा कि उन्होंने केवल बीजेपी को छोड़ा, न कि हिंदुत्व को.
‘मुझे बीजेपी ने धकेला’
इसी बीच ठाकरे ने कहा, ”मैं कांग्रेस की ओर नहीं गया था, मुझे बीजेपी ने वहां धकेला था.” ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने गठबंधन का पालन नहीं किया था और उन्हें उसे छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था.
ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र और काशी का संबंध बहुत पुराना है. वे धनुष-तीर हमसे ले गए लेकिन भगवान राम हमारे साथ हैं. ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिए बिना निशाना साधा. दरअसल, शनिवार को शाह पुणे में थे और उन्होंने ठाकरे पर तंज कसा था. ठाकरे ने कहा कि कल कोई आया था, उन्हें लगता है कि उनकी पार्टी के लोग ही हिदुत्व वाले हैं.
बता दें कि शिंदे नीत गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद, शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपने आवास ‘मातोश्री’ के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि ‘धनुष-बाण’ चुराने वाले चोर को सबक सिखाना होगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आह्वान किया था कि वे चुनाव की तैयारी में जुट जाएं. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अक्टूबर 2024 में होने की उम्मीद है, उससे पहले BMC और अन्य नगर निकायों के चुनाव होने हैं.