तीन तलाक की लड़ाई लड़ रही निदा खान के खिलाफ जारी हुआ फतवा, इस्लाम से किया खारिज!
तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली बरेली में आला हजरत खानदान की बहू रही निदा खान के खिलाफ फतवा जारी किया गया है. विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता से निदा खान के खिलाफ ये फतवा जारी हुआ है. फतवे में निदा खान को इस्लाम से खारिज कर दिया गया है. यही नहीं निदा का हुक्का पानी बन्द कर साफ किया गया है कि उससे ताल्लुक रखने वाले लोगो का भी हुक्का पानी बंद होगा. फतवे के अनुसार निदा खान के बीमार पड़ने पर उसे अब कोई दवा भी नही दे सकेगा. यही नहीं निदा के मरने के दौरान नमाजे जनाज़ा और कब्रिस्तान में दफनाने पर रोक लगा दी गई है.बता दें इस फतवे से कुछ दिनों पहले ही निदा खान पर जानलेवा हमला भी हुआ था. बरेली में आला हजरत खानदान की बहू रही निदा खान को उसके पति ने तीन बार तलाक बोलकर घर से निकाल दिया था. जिसके खिलाफ अब निदा कोर्ट में लड़ाई लड़ रही हैं और तलाक पीड़ित महिलाओं की मदद भी करती हैं.
मई में निदा खान पर दर्जन भर से अधिक बदमाशों ने हमला कर दिया और घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की. इस हमले में निदा खान बाल-बाल बचीं थीं. हमले के बाद से डरे सहमे निदा के परिवार का आरोप है कि आज उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई. उन्होंने बताया कि उनके घर में दर्जन भर अज्ञात हमलावर घुस आए और उनके साथ मारपीट की. किसी तरह से निदा खान और उनके परिवार वाले खुद को एक कमरे में बंद कर जान बचा पाए. जाते-जाते बदमाशों ने निदा खान और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी और घर में तोड़फोड़ भी किया.फिलहाल पीड़ित का परिवार काफी डरा सहमा है और उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाईं है. इससे पहले भी निदा खान पर उसके पति के द्वारा कोर्ट परिसर में तेजाब फेंकने की धमकी मिल चुकी है, जिसकी जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है. निदा का आरोप है कि वह भाई मोईन खान के साथ जब कोर्ट से घर लौट रही थी तभी रास्ते में अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें रोका और बदसलूकी करने लगे. विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी और केस वापस लेने के लिए कहा.
उसके बाद देर शाम एक दर्जन अज्ञात हमलावर निदा के घर में घुस गए और उसके और उसके परिवार के साथ हाथापाई करने लगे. खुद को घिरता देख निदा और उसके परिवार ने अंदर भागकर कमरा बंद कर लिया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर घर में तोड़फोड़ करते हुए केस वापस लेने की धमकी दी. केस वापस न लेने पर जिंदा जलाने की धमकी देते हुए फरार हो गए.