तीरंदाजी वर्ल्ड कप: अंतिम चरण में भारत ने दो मेडल जीतकर अभियान खत्म किया
भारतीय तीरंदाजों ने तीरंदाजी वर्ल्ड कप के चौथे और अंतिम चरण में एक सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल के साथ अपने अभियान को खत्म किया. भारतीय महिला कम्पाउंड टीम एक बार फिर अंतिम बाधा पार करने में असफल रही और महज एक अंक से पिछड़कर उसे सिल्वर से संतोष करना पड़ा. विश्व कप सर्किट में पहले गोल्ड मेडल की आस लगाए ज्योति सुरेखा वेनाम , मुस्कान किरार और तृषा देब ने 59-57 से बढ़त बना ली थी लेकिन तीसरे सेट में वे पिछड़ गई और फ्रांस की तिकड़ी ने 229-228 के स्कोर से गोल्ड मेडल अपने नाम किया. ज्योति ने इसके बाद कम्पाउंड मिक्स्ड में अभिषेक वर्मा के साथ तुर्की के येसिम बोस्तान और दीमिर एलमागास्लि की जोड़ी को 156-153 से हराकर ब्रॉन्ड मेडल जीता.
इस जीत के साथ ही ज्योति और वर्मा की जोड़ी वर्ल्ड कप के चारों चरण शंघाई , अंताल्या , सॉल्ट लेक और बर्लिन में मेडल जीतने में सफल रही. कम्पाउंड टीम के फाइनल में सोफी डोडेमोंट , एमेली सैनसेनोट और सांड्रा हर्वे ने लगातार पांच परफेक्ट 10 का स्कोर बनाया जिससे दूसरे सेट तक उन्होंने 116-116 से बराबरी हासिल की. कम्पाउंड टीम स्पर्धा में तुर्की की जोड़ी ने पहले राउंड के बाद एक अंक की बढत कायम की लेकिन ज्योति और वर्मा की भारतीय जोड़ी ने वापसी करते हुए जीत दर्ज की.