तुर्की में भुंकप से हुई भारी तबाही, करीब 200 लोगों के मरने की खबर
तुर्की में आज सुबह बेहद शक्तिशाली भूकंप आया है। भूकंप स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 4:17 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 आंकी गई। तुर्की के दक्षिण में गाजियानटेप के पास आया यह भूकंप कितना विनाशकारी था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 थी। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जिओ साइंस GFZ के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन से 18 किलोमीटर नीचे था। भूकंप से तुर्की के दक्षिण पूर्वी इलाके और सीरिया में भी भारी क्षति की खबरें हैं। न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार दोनों देशों में भूकंप से करीब 200 लोगों के मरने की खबर है। बॉर्डर पर दोनों देशों के इलाकों में भारी तबाही की खबरें हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने ट्वीट कर बताया कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू अभियान जारी है। तुर्की में कम से कम 6 बार तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इरदुगान ने लोगों से अपील कर कहा कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।
मध्य तुर्की में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद एक और तेज भूकंप आया। जानकारी के अनुसार पहले भूकंप के बाद करीब 10 मिनट बाद फिर 6.7 तीव्रता का तेज भूकंप आया। जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक कई इमारतें इस शक्तिशाली भूकंप के कारण ध्वस्त हो गईं। सेन्लिउर्फा शहर के मेयर ने बताया कि शक्तिशाली भूकंप की वजह से 16 इमारतें भरभराकर गिर गईं।
तेज भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई है। भूकंप एक प्रमुख शहर और प्रांतीय राजधानी गजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर दूर केंद्रित था। यह नूर्दगी शहर से लगभग 26 किलोमीटर (16 मील) दूर था। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 18 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर था।
भूकंप त्रासदी पर पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम नरेंद्र मोदी ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में संदेश में कहा ‘तुर्की में आए भूकंप के कारण जनहानि और संपत्तियों को हुए नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना है। इस विपत्ति की घड़ी में भारत तुर्की के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। इस भूकंप की त्रासदी से निपटने में हरसंभव मदद के लिए हम तैयार हैं।’
सीरिया, लेबनान में भी भूकंप से कांपी धरती
बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके लेबनान, सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया में अलेप्पो और हमा शहर से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं। सिविल डिफेंस के मुताबिक, सीरिया में तुर्की से लगे इलाकों में कई इमारतें गिर गईं। सीरिया की राजधानी दमिश्क में भी भूकंप के झटकों के बाद लोग सड़कों पर आ गए। लेबनान में करीब 40 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।