दारुल उलूम देवबंद ने CCTV कैमरा लगाना बताया गैर इस्लामिक, वायरल हुआ फतवा
देवबंद: दारुल उलूम देवबंद एक बार फिर अपने फतवे के कारण चर्चा में है. दारुल उलूम देवबंद ने सीसीटीवी कैमरा लगाने को भी नाजायज बताया. दारुल उलूम देवबंद का एक फतवा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि ये फतवा एक साल पुराना है.
जानकारी के मुताबिक, देवबंद की इफ्ता कमेटी से सवाल कर जवाब मांगा था कि क्या अपनी दुकान व मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवा सकते है या नहीं. इस मसले पर शरियत क्या कहती है? इस बारे मे तो दारुल उलूम की इफ्ता कमेटी से जवाब आया. जवाब में कहा गया है कि अगर बहुत ज्यादा ही जरूरत है तो सीसीटीवी लगवा सकते हैं, वैसे इस्लाम में बगैर जरूरत फोटो खिंचवाना या सीसीटीवी कैमरे लगवाना इसकी इस्लाम में जरूरत नहीं है.
फतवे में कहा गया है कि इस्लाम में बिना जरूरत सीसीटीवी कैमरा लगाना नाजायज है, इसलिए मुस्लिमों को सीसीटीवी लगवाने से बचना चाहिए. मकान और दुकान की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के अलावा कई दूसरे जायज तरीके इस्तेमाल किए जा सकते हैं, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे लगाने से तस्वीरें कैद होती हैं और इस्लाम धर्म में बिना जरूरत तस्वीरें खिंचवाना सख्त मना है. देवबंद ने इससे पहले भी कई और विवादित फतवे जारी किए हैं. 2018 की शुरुआत में ही दारुल ने फतवा जारी करके मस्लिम महिलाओं के चमकीले और चुस्त कपड़े पहनने, नेल पेंट लगाने आदि पर फतवे जारी कर चुका है.