दीदी के एक और मंत्री ने दिया झटका
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में सियासत बेहद गर्म है। ममता बनर्जी की सरकार में वन मंत्री रहे टीएमसी के नेता राजीव बनर्जी ने आज सुबह इस्तीफा दे दिया। कहा जा रहा है कि राजीव बनर्जी अब अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लेंगे। राजीव बनर्जी को ममता बनर्जी के करीबी नेताओं में से एक माना जाता है। बनर्जी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सूचित किया कि वह कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने इस्तीफा देने का कोई कारण नहीं बताया। डोमजूड़ का प्रतिनिधित्व करने वाले बनर्जी पिछले कुछ सप्ताह से सत्तारूढ़ पार्टी के एक धड़े के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे थे। उन्होंने पत्र में लिखा, “पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बड़े सम्मान की बात है। यह अवसर देने के लिए मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूं।”पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ दरगाह के एक प्रभावशाली मौलाना अब्बास सिद्दीकी ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बृहस्पतिवार को एक नया राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) बनाया। पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है।कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरूआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, “हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें।” उन्होंने कहा, “आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे।”जब उनसे पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा, जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, सिद्दीकी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चुनाव संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के साथ एक गठबंधन की संभावना के बारे में किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “भाजपा के मार्च को रोकने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है।” पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है।