नाना के समर्थन में आए सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी
सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी ने तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर के विवाद पर काफी हैरानी जताई है. उन्होंने कहा है कि आखिर तनुश्री ने 10 साल तक अपना मुंह क्यों नहीं खोला? इतने साल तक इंतजार करने का क्या मतलब है, पीड़ित को तो पहले ही मुंह खोल लेना चाहिए था.
पहलाज ने उठाए तनुश्री पर सवाल
सेंसर बोर्ड के पूर्व चैयरमैन पहलाज निहलानी ने तनुश्री के आरोपों पर हैरानी जताई है. जी न्यूज में छपी खबर के मुताबिक, निहलानी ने कहा है कि नाना पाटेकर कई सालों से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं और कई बड़ी फिल्में बना चुके हैं. मेरे नाना के साथ काफी अच्छे संबंध हैं. जो विवाद आज अखबारों में और सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, उसे देखकर काफी हैरानी हो रही है. नाना बेहद शरीफ इंसान हैं. सामाजिक तौर पर नाना पाटेकर की काफी इज्जत है. तनुश्री 10 साल से कहां थीं और अचानक क्यों जाग गईं? अगर दोनों के बीच आपसी मनमुटाव है तो उसे बैठकर हल कर लेना चाहिए और आरोप-प्रत्यारोप की कड़ी को खत्म करना चाहिए. अगर ये पब्लिसिटी के लिए है तो सही नहीं है.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि, तनुश्री ने नाना पाटेकर पर शूटिंग के दौरान बदतमीजी और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने साल 2008 में फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ की शूटिंग के दौरान नाना पर अपने साथ जोर जबरदस्ती की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा था कि, ‘नाना पाटेकर जबरन करीब आना चाहते थे, वो शूटिंग के दौरान गाने का हिस्सा नहीं थे, बावजूद इसके उन्होंने मेरे साथ इंटीमेट होने की कोशिश की.’