नारदा स्टिंग मामले में TMC नेताओं से पूछताछ, CM ममता बनर्जी CBI दफ्तर पहुंची
पश्चिम बंगाल में शारदा घोटाले के सिलसिले में टीएमसी मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को सीबीआई कार्यालय लाया गया। नारद स्टिंग मामले में सीबीआई ने बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम को उठाया और पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय लेकर आयी है। कथित गिरफ्तारी की खबरें सुनकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई कार्यालय पहुंचीं है। उन्होंने सीबीआई के तरफ से इस तरह से मंत्रियों को दफ्तर में लाये जाने पर सवाल उठाया है। इसके पीछे उन्होंने बीजेपी का हाथ बताया है। ममता काफी गुस्से में नजर आयी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इससे पहले तीन अन्य, राज्य मंत्री सुब्रत मुखर्जी और पूर्व मंत्रियों मदन मित्रा और सोवन चटर्जी के साथ फिरहाद हकीम के खिलाफ सीबीआई जांच को मंजूरी दी थी। इस मामले में नारद का एक स्टिंग ऑपरेशन शामिल है, जिसमें तृणमूल नेता कैमरे के सामने रिश्वत लेते हुए नजर आ रहे थे।
फरहाद हाकिम को क्यों लाया गया CBI दफ्तर
पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी को नारद स्टिंग ऑपरेशन से जुड़े मामले में सोमवार को कोलकाता में सीबीआई कार्यालय ले जाया गया। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जांच के तहत तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को भी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह हाकिम के चेतला आवास पर पहुंची और उन्हें जांच एजेंसी के कार्यालय ले गयी। राज्य के परिवहन और आवास मंत्री हाकिम ने दावा किया, ‘‘सीबीआई ने नारद मामले में मुझे गिरफ्तार किया है। हम अदालत में इस मामले को ले जाएंगे।’’ राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाल में हाकिम, मित्रा और मुखर्जी समेत तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दे दी थी।
केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों द्वारा आज सुबह उठाए गए बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने आरोप लगाया कि उन्हें नारद रिश्वत मामले में उचित मंजूरी के बिना गिरफ्तार किया जा रहा था। केंद्रीय बल आज सुबह उनके घर पहुंचे और उन्हें ले गए।