नीतीश कुमार ने पिता का किया अपमान, 2019 के चुनाव में भी दिया था ‘धोखा’: चिराग पासवान
पटना. जेडीयू (JDU) से अलग होने के फैसले पर अब चिराग पासवान ने अपनी सफाई दी है. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि बिहार में विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के जेडीयू से अलग होने में कोई कनेक्शन नहीं है. पासवान का कहना है कि उनकी पार्टी का हमेशा से विरोध किया जाता था. चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने पिछले साल गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था, क्योंकि ये उनकी एनडीए में वापसी की महज मजबूरी थी. नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आम चुनाव के दौरान नीतीश कुमार की पार्टी ने एलजेपी के उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया था. बता दें कि हाल ही में रामविलास पासवान का निधन हुआ.
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में 37 साल के चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार ने एलजेपी के संस्थापक रामविलास पासवान से गलत व्यवहार किया जब पिछले साल उन्होंने जेडीयू प्रमुख से मुलाकात की थी और राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए उनका साथ देने का अनुरोध किया था. चिराग पासवान ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने हाल ही में मज़ाकिया टिप्पणी की थी कि मेरे पिता जेडी (यू) के समर्थन के बिना राज्यसभा के लिए निर्वाचित नहीं हो सकते थे, क्योंकि हमारे पास केवल दो विधायक थे. उन्हें याद रखना चाहिए कि मेरे पिता को तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा बर्थ का वादा किया था.’
सीएम नीतीश पर बड़ा आरोप
चिराग पासवान का कहना है कि मुझे बहुत बुरा लगा जब नीतीश कुमार ने घृणित तरीके से व्यवहार किया जब मेरे पिता ने उन्हें नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए साथ जाने का अनुरोध किया था. नीतीश शुभ मुहूर्त खत्म होने के बाद ही आए थे. कोई भी बेटा अपने पिता के साथ किया ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं कर सकता. चिराग ने कहा कि उन्होंने जेडीयू के खिलाफ विद्रोह नहीं किया बल्कि पार्टी ने गठबंधन के साथियों को उचित हिस्सा देने से इनकार कर दिया था. चिराग ने कहा, ‘मेरी केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात हुई थी हाल के दिनों में. एक बार भी सीट-बंटवारे का मुद्दा नहीं उठा.’पासवान ने कहा, “यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि लोजपा कभी भी नीतीश कुमार की राजनीति की प्रशंसक नहीं रही है. उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए महादलितों का उप-समूह बनाकर दलितों को नुकसान पहुंचाया है.’ लोजपा प्रमुख ने बिहार के मुख्यमंत्री के सात निश्चय पर तंज कसा और टिप्पणी की कि देश के बाकी हिस्से इतनी प्रगति कर रहे हैं और यहां वह गली मोहल्लों में पानी और कंक्रीट की सड़कों की बात कर रहे हैं.