न्यूजीलैंड को लगा पांचवा झटका, केन विलियम्सन 89 रन बनाकर आउट
वेलिंग्टन। न्यूजीलैंड ने यहां भारत के खिलाफ बेसिन रिजर्व मैदान पर खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को चायकाल तक अपनी पहली पारी में पांच विकेट खोकर 207 रन बना ठोस शुरुआत की है।
भारत को पहली पारी में महज 165 रनों पर समेटने वाली कीवी टीम अब उससे अभी 42 रनों की बढ़त बना चुकी है।
कप्तान केन विलियम्सन 89 और रॉस टेलर 44 रन बनाकर आउट हो चुके है।
भारतीय टीम अपने पहले दिन के स्कोर में 41 रनों का इजाफा कर पवेलियन लौट ली। भोजनकाल तक कीवी टीम ने 16 रन बनाते हुए एक भी विकेट नहीं गंवाया था।
दिन के दूसरे सत्र में हालांकि ईशांत शर्मा 26 के कुल स्कोर पर टॉम लाथम (11) को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच कराने में सफल रहे। दूसरे सलामी बल्लेबाज टॉम ब्लंडल ने कप्तान विलियम्सन के साथ मिलकर टीम को 73 के स्कोर तक पहुंचाया। यहां ईशांत ने ब्लंडल को बोल्ड कर कीवी टीम को दूसरा झटका दिया। उन्होंने 80 गेंदों पर 30 रन बनाए।
इसके बाद न्यूजीलैंड के दो बेहतरीन बल्लेबाजों ने चायकाल तक भारत को तीसरी सफलता नहीं मिलने दी।
विलियम्सन 92 गेंदों की पारी में पांच चौके लगा चुके हैं। टेलर ने अभी तक 44 गेंदों का सामना किया है और तीन चौकों के अलावा एक छक्का मारा है।
इससे पहले, भारत ने दूसरे दिन अपनी पहली पारी को पांच विकेट के नुकसान पर 122 रनों से आगे बढ़ाया। पहले दिन नाबाद लौटने वाले पंत रन लेने में गलतफहमी का शिकार हो गए और रन आउट हो गए। उन्होंने 53 गेंदों पर 19 रन बनाए। अपनी पारी में पंत ने एक चौका और एक छक्का लगाया। पंत का विकेट 132 के कुल स्कोर पर गिरा।
अगली ही गेंद पर टिम साउदी ने रविचंद्रन अश्विन को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। एक छोर संभाले खड़े उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को साउदी ने अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया। 143 के कुल स्कोर पर रहाणे 46 रन बनाकर आउट हुए। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 138 गेंदों का सामना कर पांच चौके मारे।
अंत में मोहम्मद शमी ने तीन चौकों की मदद से 20 गेंदों पर 21 रन बनाए। ईशांत ने पांच रनों का योगदान दिया। ईशांत का विकेट काइल जेमिसन ने लिया और साउदी ने शमी का विकेट ले भारतीय पारी का अंत किया।
कीवी टीम के लिए जेमिसन और साउदी ने चार-चार विकेट लिए। बाउल्ट के हिस्से एक सफलता आई। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।
इसके बाद अपनी पहली पारी खेलने उतरी कीवी टीम की सलामी जोड़ी ने भोजनकाल तक संभल कर खेलते हुए कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया।