पंजाब में कोविड प्रतिबंध थोड़ी ढील के साथ 10 जुलाई तक बढ़ा
चंडीगढ़। पंजाब में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों के सामने आने पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कोविड प्रतिबंधों को 10 जुलाई तक बढ़ा दिया, मगर कुछ और ढील दी गई, जिसमें 1 जुलाई से 50 फीसदी लोगों की मौजूदगी के साथ बार और पब खोलना शामिल है। कौशल विकास केंद्रों और विश्वविद्यालयों को भी कोविड वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लेने वाले कर्मचारियों और छात्रों के लिए सशर्त खोलने की अनुमति दी गई है। आईईएलटीएस कोचिंग संस्थानों को पहले से ही खोलने की अनुमति दी गई थी, बशर्ते कि छात्रों और कर्मचारियों ने टीके की कम से कम एक खुराक ली हो।
एक उच्चस्तरीय कोविड समीक्षा बैठक में ढील की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बार और पब को सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल को सख्ती से बनाए रखना होगा, और वेटर, सर्वर और अन्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लेनी चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि शर्तों को पूरा करना सुनिश्चित करना मालिकों की जिम्मेदारी होगी।
मुख्यमंत्री ने सक्रिय मामलों की संख्या में समग्र गिरावट के साथ-साथ कोविड संक्रमण दर में 1 प्रतिशत से कम की गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी भी 1 फीसदी से ज्यादा है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि इसके अलावा, डेल्टा प्लस वेरिएंट का मिलना चिंता का विषय है, इसलिए प्रतिबंधों को जारी रखना आवश्यक हो गया है।
उन्होंने बताया कि डेल्टा प्लस के दो मामले लुधियाना और पटियाला में मिले हैं। लुधियाना के मरीज के 198 संपर्को का पता लगाया गया और उनका परीक्षण किया गया, जिनमें से एक को पॉजिटिव पाया गया और नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया है। पटियाला मामले में, जिसके लिए 26 जून को जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, ट्रेसिंग और परीक्षण की प्रक्रिया चल रही है।
मुख्य सचिव विनी महाजन ने खुलासा किया कि अप्रैल में 276, मई में 100 और जून में 113 सहित 489 नमूनों की जीनोम सैंपलिंग रिपोर्ट अभी भी केंद्रीय प्रयोगशाला के पास लंबित है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट मई में राज्य सरकार द्वारा भेजे गए नमूनों में पाया गया था, जिनके परिणाम हाल ही में केंद्रीय प्रयोगशालाओं द्वारा प्रस्तुत किए गए थे।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने डेल्टा प्लस प्रकार के मामलों की रिपोर्ट करने वाले देशों के आगंतुकों पर कड़ी नजर रखने का सुझाव दिया।