पाकिस्तानी PM अब्बासी ने आतंकियों के मारे जाने के बाद किया कश्मीरियों का “समर्थन”
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर में “मानवाधिकारों के उल्लंघन” को लेकर “गंभीर चिंता” जतायी. जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ में आतंकी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी मारे गए थे जिनमें एक टॉप कमांडर और संगठन का नया सदस्य (एक यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर) शामिल थे. इसी सिलसिले में पाक पीएम ने कश्मीर को अपने “समर्थन का भरोसा” दिया है.मुठभेड़ की जगह के पास “विरोध प्रदर्शनकारियों” और लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों के बीच संघर्ष के दौरान पांच आम नागरिक भी मारे गए. अब्बासी ने एक बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तान बर्बरता, बेगुनाह लोगों की हत्या में इज़ाफा और सज़ा से मुक्त भारतीय सुरक्षा बलों के “मानवाधिकारों के उल्लंघन” को लेकर “बेहद गंभीर” है.’’उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों” के खिलाफ “बल का इस्तेमाल” करते हुए हुर्रियत नेताओं को गिरफ्तार किया. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कश्मीर में पिछले 36 घंटे में 14 लोग मारे गए. उन्होंने कहा कि कश्मीरियों के “आत्मनिर्णय के न्यायोचित और सही अधिकारों” की मांग से दुनिया का ‘सामूहिक विवेक’ सवालों के घेरे में है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर के लोगों को “भारतीय दमन” के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कश्मीरियों के “आत्मनिर्णय के अधिकार” को लागू करने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की. अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के संविधान के तहत और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप “आत्मनिर्णय के लिए कश्मीर के लोगों के संघर्ष” को नैतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन मुहैया कराता रहेगा.