पाकिस्तान में बाढ़ से बदतर हुए हालात

पाकिस्तान में बाढ़ से हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। खासतौर पर बलूचिस्तान में हालात बेहद खराब हैं पाकिस्तान के खबार ‘डॉन’ के अनुसार वहां व्यापक पैमाने पर रिहेबिलिटेशान सेंटर्स बनाए गए हैं। इसी बीच जानकारी के अनुसार बलूचिस्तान में बाढ़ से ऑप्टिकल फाइबर को नुकसान पहुंचा है। इस कारण बलूचिस्तान का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से टूट गया है।  पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ के चलते डिजिटल कनेक्टिविटी अवरुद्ध हो गई है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि बाढ़ से पहले से ही प्रभावित प्रांत में रात भर हुई भारी बारिश के बाद देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है। दक्षिण एशियाई देश मानवीय आपदा से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है।बलूचिस्तान में हवाई, सड़क और रेल नेटवर्क पहले ही बंद कर दिया गया है। जिसके चलते कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। लाइट गुल होने और सड़क व रेल नेटवर्क ध्वस्त होने के कारण राहत और बचाव कार्य में बाधा आ रही है। पाकिस्तन के दूरसंचार मंत्री सैयद अमीनुल हक ने बताया कि बलूचिस्तान में, तीन से अधिक स्थानों पर ऑप्टिकल फाइबर केबल कट जाने के कारण संचार प्रणाली में कटौती की गई है।

पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने ट्विटर पर कहा, बलूचिस्तान ऑप्टिकल फाइबर केबल में मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण क्वेटा और प्रांत के बाकी प्रमुख शहरों में वॉइस और डेटा सेवाएं प्रभावित हुई हैं। पीटीए ने कहा कि इस परेशानी की स्थिति को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने निवासी अब्दुल कय्यूम के हवाले से कहा, जलवायु परिवर्तन आपदा मानव आपदा में बदल गई।

दरअसल, पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि पाकिस्तान की सरकार ने बचाव एवं राहत कार्य के लिए सेना को बुलाने का फैसला लिया है। गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत सेना को बुलाया जा रहा है। पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में आई यह सबसे भयावह बाढ़ है और इससे हर 7 में से एक पाकिस्तानी यानी कि 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।

बाढ़ से सैकड़ों लोगों की मौत

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के मुताबिक, पाकिस्तान में बाढ़ के कारण अब तक 982 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 45 लोगों की जान चली गई। NDMA ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 1,456 और लोग घायल हुए। हालांकि अनाधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बाढ़ में जान गंवाने वाले और घायल होने वाले लोगों की संख्या आधिकारिक आंकड़े से बहुत ज्यादा है। गृह मंत्री सनाउल्ला ने कहा कि बाढ़ की ऐसी स्थिति एक दशक से भी ज्यादा समय बाद उत्पन्न हुई है और सशस्त्र बलों को तैनात किया जा रहा है।

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