पीएम मोदी आज क्वाड लीडर्स की वर्चुअल बैठक में लेंगे हिस्सा, जो बाइडेन और स्कॉट मॉरिसन जैसे दिग्गज नेता होंगे साथ
यूक्रेन (Ukraine) और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी पीएम फुमियो किशिदा के साथ क्वड्रीलैटरल सिक्टोरिटी डायलॉग (QUAD) लीडर्स की वर्चुअल बैठक में भाग लेंगे. रूस-यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के बीच क्वाड मीटिंग अपने आप में एक बड़ा डेपलेपमेंट है. हालांकि, क्वाड को गैर सैन्य संगठन के तौर पर दिखाया जाता है, लेकिन पिछले दो दिन से दुनिया भर में यह चर्चा होने लगी थी कि क्वाड मेम्बर भारत के साथ क्यों नहीं हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन नेताओं के पास वाशिंगटन डीसी में सितंबर 2021 के शिखर सम्मेलन के बाद अपनी बातचीत जारी रखने का अवसर होगा.
मीटिंग में शामिल सभी नेता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास के बारे में विचारों और आकलन का आदान-प्रदान करेंगे. बयान में कहा गया है कि क्वाड लीडर्स क्वाड के समकालीन और सकारात्मक एजेंडे के हिस्से के रूप में घोषित लीडर्स की पहल को लागू करने के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा करेंगे.’ चारों नेताओं ने पिछली बार 24 सितंबर 2021 को क्वाड की अपनी पहली व्यक्तिगत बैठक के दौरान मुलाकात की थी और अन्य विषयों के साथ इंडो-पैसिफिक और कोविड-19 विषय पर बातचीत की थी. मीटिंंग में शामिल सभी नेता रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी आज चर्चा कर सकते हैं.
क्या है क्वॉड गठबंधन
हिंद महासागर में सुनामी के बाद भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने आपदा राहत प्रयासों में सहयोग करने के लिए एक अनौपचारिक गठबंधन बनाया था. आमतौर पर क्वॉड चार देशों का संगठन है. इसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं.
एक हफ्ते से जारी है यूक्रेन-रूस युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज सातवां दिन है. रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है और मिसाइलें दाग रही है. आज यूक्रेन-रूस के बीच दूसरे दौर की मीटिंग होनी है. इसमें कुछ समाधान निकालने की उम्मीद जताई जा रही है. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि खारकीव में आज 21वीं सदी का स्टेलिनग्राद है. खारकीव के क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेग सिनेहुबोव ने कहा कि पिछले 24 घंटे में रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के 21 लोग मार दिए. जबकि उनके हमले में 112 घायल हो गए.
यूक्रेन से रूसी सेना हटाने के प्रस्ताव पर 141 देशों ने पक्ष में की वोटिंग
संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव रखा गया. जिसमें कहा गया कि रूस अब यूक्रेन से अपनी सेना हटा ले. लेकिन भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. महासभा में इसके समर्थन में 141 वोट पड़े, जबकि 35 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. वहीं 5 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं रूसी संघ से इस विश्वासघाती हमले को तुरंत रोकने के लिए रखे गए प्रस्ताव पर अभूतपूर्व बहुमत का स्वागत करता हूं.