पीएम मोदी 3 अक्टूबर को करेंगे अटल टनल का उद्घाटन, भारतीय सेना को मिलेगी मदद
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में लाहौल-स्पीति की महत्वपूर्ण परियोजना अटल टनल रोहतांग बनकर तैयार हो चुकी है। आगामी 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल टनल का उद्घाटन करने लाहौल जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन एवं उद्घाटन समारोह को लेकर बुधवार (23 सितंबर) को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केलांग में अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। अटल टनल के निर्माण से कृषि, पर्यटन और बागवानी के क्षेत्र में व्यापक विकास योजनाएं आरंभ की जाएंगी, जिनसे पूरे जिले की आर्थिकी सुदृढ़ होगी। लाहौल घाटी लगभग 6 माह तक आवाजाही के लिए बंद रहती थी लेकिन अब लाहौल घाटी के लोगों को वर्षभर आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। बता दें कि, दस साल में बनकर तैयार हुई दुनिया की सबसे लंबी रोड सुरंग अटल टनल का 10 जून 2010 को शिलान्यास किया गया था। इस टनल के बनने से मनाली से लेह लदाख की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई है। अटल टनल समुद्र तल से दस हजार फीट की उंचाई पर तैयार की गई है। इस टनल के बनने से जंहा मनाली से लेह लदाख की दूरी लगभग 46 किलोमीटर कम हो गई है, वहीं इस टनल के तैयार होने से भारतीय सेना को भी देश की सीमाओं पर रसद एवं अन्य सैन्य सामान पहुंचाने में आसानी होगी। हिमाचल प्रदेश का जिला लाहौल स्पीती जो साल के करीब 6 महीने रोहतांग दर्रे पर भारी बर्फबारी होने के कारण देश दुनिया से कट जाता था, इस टनल के बनने से साल भर देश और दुनिया से जुड़ा रहेगा।
अटल टनल की खासियत
अटल टनल को आनुधनिक तौर पर तैयार किया गया है, इसमें धुआं निकलने और ऑक्सीजन आने की भी उचित व्यस्था की गयी है। इस टनल के नीचे एक आपात टनल भी बनाया गया है अगर कोई दुर्घटना होती है या टनल में कोई समस्या होती है तो दूसरी टनल से इन्हें बाहर निकाला जा सकता है। अटल टनल दस हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनी सुरंगों में है। इस टनल के निर्माण के बाद यहां काम कर रहे इंजीनियर्स का अनुभव मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर बनने वाली चार टनल में काम आयेगा।