पूर्व BJP नेता सावित्री बाई फुले का योगी आदित्यनाथ पर निशाना: कुंभ और मंदिरों से नहीं होती देश की तरक्की
उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt)पर सोमवार को निशाना साधते हुए पूर्व भाजपा (BJP) नेता और सांसद सावित्री बाई फुले (Savitribai Phule) ने कहा कि कुंभ और मंदिरों से देश तरक्की नहीं करेगा, इसके लिए संविधान का पालन करना होगा. फुले ने कहा, ‘एक ओर जहां एससी और आदिवासी अपने अधिकार और रोजगार के लिए लड़ रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश सराकर कुंभ और मेलों के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है.’ उन्होंने साथ ही कहा कि, ‘एससी, आदिवासी और मुस्लिम समुदाय को क्या मंदिर या कुंभ खाना दे सकता है. सरकार लोगों का ध्यान भटकना चाह रही है, इसलिए वह कुंभ पर पैसे खर्च कर रही है. देश मंदिर या भगवान द्वारा नहीं चलाए जा सकते, यह संविधान से चलता है.’
कानून-व्यवस्था पर सीएम योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते हुए फुले ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री में शासन चलाने की क्षमता नहीं है, यह कई खबरों से साबित हो गया है.’ बता दें, 6 दिसंबर को भाजपा पर समाज का बांटने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सावित्री बाई फुले ने बहराइच सीट से चुनाव लड़ा था.गौरतलब है कि भाजपा से इस्तीफा देने के बाद से फुले लगातार पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साध रही हैं. हालही उन्होंने कहा था कि देश को आरएसएस चला रहा है. फूले ने कहा था कि जब वह भाजपा में थी तो उन्हें लोक सभा के अन्दर अपने मन की बात बोलने नहीं दी जाती थी. कई मंत्रियों, सांसदों और आरएसएस प्रमुख द्वारा सुनने को मिलता कि राष्ट्र निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब द्वारा लिखे गए संविधान को बदला जाएगा. उन्होंने कहा था कि आरक्षण समाप्त करने की बात हो रही है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर संविधान की प्रतियों को जलाया गया. हम अपना हक मांगेंगे नहीं बल्कि छीन लेंगे. साथ ही फूले ने कहा कि पिछले कई सालों से वह भारतीय संविधान और आरक्षण बचाने के लिए सामाजिक आन्दोलन चला रही हैं, जिससे समाज के पिछड़े वर्ग, दलित वर्ग एवं अल्पसंख्यक समाज को सामाजिक न्याय मिल सके.