प्रशांत किशोर पर सोनिया गांधी के दरबार में मीटिंग, कांग्रेस नेताओं में मतभेद
आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए सोनिया गांधी ने एक समूह के गठन का फैसला लिया है। पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल होने को लेकर हुई मीटिंग के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने राजनीतिक चुनौतियां का सामना करने के लिए एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप 2024 का गठन करने की बात कही है। इसके बाद सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास पर मीटिंग हो रही है। इसमें जयराम रमेश, एके एंटनी, पी. चिदंबरम और कमलनाथ जैसे सीनियर नेता भी मौजूद हैं।दरअसल प्रशांत किशोर की ओर से कांग्रेस की बेहतरी के लिए दिए गए सुझावों पर विचार करने के लिए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक कमिटी का गठन किया है। कमिटी ने लगातार कई मीटिंगों के बाद अपनी सिफारिशें सोनिया गांधी को सौंपी हैं और अब उस पर विचार करने के लिए मीटिंग हो रही है। शुक्रवार को प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी के आवास पर जाकर रिपोर्ट सौंपी थी। पैनल में शामिल एक कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रशांत किशोर के सुझावों पर विस्तार से बात की गई और अब सिफारिशें सोनिया गांधी को सौंप दी गई हैं। अब सोनिया गांधी की ओर से प्रशांत किशोर को लेकर फैसला लिया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर को लेकर आज बड़ा फैसला लिया जा सकता है। पीके की ओर से बनाए गए पैनल में अंबिका सोनी, प्रियंका गांधी, जयराम रमेशन, मुकुल वासनिक, पी. चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के पैनल का कहना है कि पीके के ज्यादातर सुझाव व्यवहारिक और काम के हैं। हालांकि पीके के रोल को लेकर कांग्रेस के सीनियर नेताओं के अलग-अलग मत हैं। कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘यह अजीब स्थिति है कि प्रशांत किशोर न तो आई-पैक का हिस्सा हैं और न ही पार्टी में औपचारिक तौर पर कुछ हैं। हालांकि दोनों ही जगहों पर उनकी जरूरत है।’ हालांकि कुछ ऐसे नेता भी हैं, जिन्होंने पीके की खुलकर तारीफ की है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने उन्हें एक ब्रांड करार दिया है तो वीरप्पा मोइली का कहना है कि उनका विरोध करने वाले वही नेता हैं, जो कांग्रेस में सुधार नहीं चाहते।