बजरंग पुनिया के बाद साक्षी मलिक ने भी जीता गोल्ड
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए आज का दिन बेहद शानदार रहा है। कुश्ती में भारतीय पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन किया है। महिला कुश्ती में साक्षी मलिक ने एक नया इतिहास रच दिया है। राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। साक्षी मलिक ने फ्रीस्टाइल 62 किलोग्राम वर्ग में कनाडा की एना गोंडिनेज गोंजालेस को हराया है। साक्षी मलिक ने अपने पहले ही दांव में विपक्षी खिलाड़ी को चित कर दिया। साक्षी मलिक ने भारत के लिए आठवां गोल्ड मेडल हासिल किया है।
इससे पहले साक्षी मलिक राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी है। 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में साक्षी मलिक को रजत पदक हासिल हुआ था जबकि 2018 में उन्हें कांस्य पदक मिला था। साक्षी मलिक 62 किग्रा के अंतिम चार मुकाबले में कैमरून की इटाने एनगोले पर जीत हासिल कर फाइनल में पहुंचीं थी।साक्षी ने क्वार्टरफाइनल में भी तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की। उन्होंने इस शुरूआती मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड की केलसे बार्नेस को मात दी। भारत से लिए साक्षी मलिक ने यह आंठवा गोल्ड जीता है। इससे पहले मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पावर लिफ्टिंग), बजरंग पूनिया गोल्ड जीत चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि सीडब्ल्यूजी बर्मिंघम में हमारे एथलीट लगातार हमें गौरवान्वित कर रहे हैं। साक्षी मलिक के उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से रोमांचित हूं। मैं उन्हें प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई देता हूं। वह प्रतिभा का एक पावरहाउस हैं। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर लिखा कि शानदार प्रदर्शन साक्षी मलिक! भारत के लिए स्वर्ण जीतने के लिए कौशल के इस बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई। CWG 2018 में कांस्य से CWG2022 में स्वर्ण तक जाना आपके निरंतर ध्यान और समर्पण का प्रदर्शन है। आप एक चैंपियन की तरह खेले, जब तक आपने पदक हासिल नहीं कर लिया!