बारामूला में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, लश्कर के टॉप सरगना युसूफ समेत चार आतंकी ढेर
जम्मू कश्मीर में आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इन सबके बीच गुरुवार को जम्मू कश्मीर के बारामूला इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। जानकारी के मुताबिक अब तक इस मुठभेड़ में 4 आतंकवादी मारे गए हैं। इन चार आतंकवादियों में लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर युसूफ कांतरू भी शामिल है। कांतरू का एनकाउंटर में मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है। वह घाटी में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला आतंकवादी था जिसे पुलिस काफी दिनों से तलाश रही थी। मुठभेड़ फिर से शुरू होने के बाद शुक्रवार सुबह एक आतंकवादी मारा गया।एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक अभियान में अभी तक मारे गए आतंकवादियों की संख्या चार हो गयी है। यह मुठभेड़ बृहस्पतिवार तड़के शुरू हुई थी। बृहस्पतिवार को शुरुआती मुठभेड़ में चार जवान और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। पुलिस ने बताया कि कांतरू सुरक्षा बल के कई कर्मियों और असैन्य नागरिकों की हत्या में लिप्त रहा है और वह कश्मीर घाटी के शीर्ष 10 वांछित आतंकवादियों में शामिल था। पुलिस ने बताया कि कांतरू पहले हिज्बुल मुजाहिदीन में सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल हुआ और उसे 2005 में गिरफ्तार किया गया। उसे 2008 में छोड़ा गया लेकिन वह फिर से 2017 में आतंकवादियों से जुड़ गया और निर्दोष असैन्य नागरिकों, पुलिसकर्मियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या करने लगा। बाद में वह हिज्बुल से लश्कर में शामिल हो गया।
कांतरू मार्च में विशेष पुलिस अधिकारी मोहम्मद इशफाक डार और उसके भाई उमर अहमद डार, सितंबर 2020 में बडगाम जिले के खाग इलाके में बीडीसी अध्यक्ष सरदार भूपिंदर सिंह और दिसंबर 2017 में सीआरपीएफ कर्मी रियाज अहमद राठेर की हत्या में भी शामिल था। वह कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याओं, ग्रेनेड फेंकने की घटनाओं और पुलिस तथा सैन्य कर्मियों के अपहरण तथा हत्या में भी शामिल रहा। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने आतंकवाद रोधी सफल अभियान चलाने और घाटी के सबसे वांछित आतंकवादी के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों को बधाई दी। उन्होंने कांतरू को मार गिराए जाने को बड़ी सफलता बताया। अधिकारी ने बताया कि बाकी के तीन मृतक आतंकवादियों की पहचान की जा रही है।